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फ्री लाकर सुविधा बताकर रखवाया सोना….. फिर अपने नाम पर गिरवी रख लाखों रुपये लेकर हो गया फरार…. सरायपाली गोल्ड लोन कंपनी के ब्रांच मैनेजर ने क्षेत्र के कई लोगों से की ठगी !

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सराईपाली से जीत तिवारी की रिपोर्ट
सरायपाली।
सरायपाली क्षेत्र में गोल्ड लोन देने के नाम पर लोगों से उनका सोना रखवाकर लाखों रुपये लेकर एक व्यक्ति के फ़रार होने का मामला सामने आ रहा है. उक्त व्यक्ति लोन के नाम पर कर्ज देने वाली कंपनी का कर्मचारी था. जो लोगों को बहला फुसलाकर लोन चुकाने के बाद उनको फ्री लाकर सुविधा बताकर उनका सोना लाकर में रखवाया, फिर उसी सोने को अपने नाम में गिरवी रख लाखों रुपये लेकर फरार हो गया. इनमे से एक पीड़ित नमित कुमार श्रीवास सामने आये हैं, जिनके द्वारा सरायपाली पुलिस और फायनेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक को की गई शिकायत की प्रति हमारे पास है.
कुछ माह पहले सरायपाली के मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी में हरियाणा का अनूप सिंह नामक व्यक्ति ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत था, जिसके माध्यम से आवश्यकता पड़ने पर नमित कुमार श्रीवास ने अपनी पत्नी के नाम पर सरायपाली के मणप्पुरम गोल्ड लोन में 34.2 ग्राम सोना रखकर 60 हजार रुपये का कर्ज लिया था, जिसे अप्रैल 2020 में चूका दिया गया.
इसके बाद नमित कुमार को मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी के ब्रांच हेड अनूप सिंह ने नमित कुमार को वहां फ्री लाकर सुविधा के बारें में बताया, जिसपर नमित कुमार ने लाकर में अपना सोना रखवा लिया, और बिना नमित कुमार के जानकारी के उस सोने पर 1 लाख 30 हजार 800 रुपये का कर्ज लेकर फरार हो गया. नमित को इस बात की जानकारी फाइनेंस कंपनी जाने पर हुई, जहाँ उसे पता चला कि अनूप सिंह उस सोने के बदले कर्ज लेकर चला गया है.
इसके बाद जब नमित ने फ़ोन के माध्यम से अनूप से संपर्क करना चाहा तो उसका नंबर बंद आया. फिर अनूप सिंह का पता लेकर नमित जब हरियाणा के पानीपथ पहुंचे तो अनूप ने उसकी घर में शादी की बाद कहते हुए हाथ पैर जोड़कर रोने लगा और 15 दिन बाद वापस आकर सोना देने की बात कहा. और वापस नही आया.
अब नमित के फ़ोन लगाने पर उसके साथ गाली-गलौच की जाती है, और वहां पहुँचने पर मारपीट कर हाथ पैर तोड़ने की धमकी दी जाती है.
नमित ने बताया कि अनूप ने ऐसे क्षेत्र में कई लोगों के साथ किया है, जिसकी शिकायत वे कंपनी के रिजनल मैनेजर से भी कर चुके हैं, अनुमान है कि ब्रांच मैनेजर लगभग 15 से 20 लाख रुपये लेकर चंपत हो गए है. फिर भी कंपनी अपने उक्त कर्मचारी पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई किया ना ही उसपर प्राथमिकी दर्ज करवाई. जो अनेक प्रकार के संदेह को जन्म देता है.
बहरहाल क्षेत्र के लोग सावधान रहे यदि आप भी ऐसे ही की घटना के शिकार हुए है तो, पुलिस से इसकी शिकायत करें, कई बार लोक लाज के भय से कर्ज के नाम पर ठगी होने वाले लोग सामने नहीं आते.