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रिलायंस कम्युनिकेशन के शेयरों की ट्रेडिंग है बंद

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मुंबई

 अनिल अंबानी के दिन खराब चल रहे हैं। अब अनिल अंबानी (Anil Ambani) की एक और कंपनी की ट्रेडिंग बंद हो गई है। हाल ही में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने इसकी कुछ संपत्तियों की बिक्री की अनुमति दी है। यह कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन (Reliance Communication) है। रिलायंस कम्युनिकेशन एक समय पर शेयर बाजार की शान हुआ करती थी। कभी 700 रुपये के स्तर के ऊपर चल रहा रिलायंस कम्युनिकेशन के शेयर की अब ट्रेडिंग बंद है। साल 2007 में आरकॉम के शेयर 785 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। अब पिछले कुछ समय से रिलायंस कम्युनिकेशन का शेयर की ट्रेडिंग 2.49 रुपये के भाव पर बंद है। ऐसे में अगर देखें तो रिलायंस कम्युनिकेशन के शेयर 99 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं।

इस तरह बर्बाद हुई कंपनी

अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन के दिन मुकेश अंबानी के रिलायंस जियो की लॉन्चिंग के बाद बदल गए। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो साल 2016 में लॉन्च हुई थी। यहीं से कंपनी की हालत खराब होना शुरू हो गई। यह कंपनी प्राइस और डेटा वॉर की जंग में पिछड़ती चली गई। कंपनी पर अनिल अंबानी की आर्थिक कमजोरी का भी असर पड़ा। कंपनी बैंकों के कर्ज को डिफॉल्ट करने लगी और दिवालिया प्रक्रिया में चली गई। कंपनी के यूजर्स में तेज गिरावट आई। कंपनी पूरी तरह से डूब गई। कंपनी बैंकों के कर्ज को डिफॉल्ट करने लगी और दिवालिया प्रक्रिया में चली गई।

कंपनी की इन संपत्तियों की होगी बिक्री

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस कम्युनिकेशन की बिक्री संपत्तियों में चेन्नई का ऑफिस शामिल है। इसके अलावा कंपनी का पुणे में 871 वर्ग मीटर में फैले भुवनेश्वर स्थित ऑफिस को भी बेचा जाएगा। कैंपियन प्रॉपर्टीज के शेयर में निवेश और रिलायंस रियलटी के शेयरों में निवेश को भी बेचा जाएगा।

निवेशकों को हुआ नुकसान

आरकॉम के शेयर में निवेश करने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। आरकॉम का शेयर (RCom Share) जून 2006 से चढ़ना शुरु हुआ था। उस समय यह 225 रुपये पर था। दिसंबर 2006 तक यह शेयर 471 रुपये पर पहुंच गया था। अक्टूबर 2007 में यह शेयर 786 रुपये पर पहुंचा था। इसके बाद इसमें गिरावट आनी शुरु हुई और फरवरी 2009 में यह 160 रुपये पर आ गया था। यहां से फिर शेयर में तेजी आई और मई 2009 में 306 रुपये पर पहुंच गया था। इसके बाद इस शेयर में उतार-चढ़ान चलता रहा। गिरते-गिरते अप्रैल 2019 में यह शेयर 2 रुपये के करीब आ गया था। तब से इस शेयर में कोई बड़ा उछाल नहीं आया है। इसमें पैसा लगाने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।