Home छत्तीसगढ़ अपने धरती पर वापसी से प्रवासी श्रमिकों के चेहरे पर बिखरी मुस्कान

अपने धरती पर वापसी से प्रवासी श्रमिकों के चेहरे पर बिखरी मुस्कान

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आज पहुंचे 12 व्यक्तियों को पहुंचाया गया क्वारेंटाइन सेन्टर
अम्बिकापुर से शेखर गुप्ता की रिपोर्ट
अम्बिकापुर।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू होने से लॉकडाउन प्रभावित प्रवासी श्रमिकों का जिले में वापसी का दौर सतत् रूप से जारी है। इसी क्रम में आज पुणे महाराष्ट्र से 4, रघुवीरनगर नई दिल्ली से 4, भोपाल मध्यप्रदेश से 1, दादर कोरबा से 3 प्रवासी व्यक्ति वापस आये। इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण थर्मल स्कैनिंग, कोरोना रैपिड टेस्ट किट से जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में किया गया। सभी का रिपोर्ट नेगेटिव निकला। सभी 12 लोगों को गंगापुर के प्री मैट्रिक छात्रावास में बने कोरेण्टाईन सेंटर में 14 दिन के कोरेण्टाईन के लिए भेज दिया गया।
बड़ेदमाली निवासी श्री हेमंत तिग्गा भोपाल में एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। कोरोना के चलते भोपाल का रेड जोन हो जाने के कारण वे मानसिक तनाव में आ गये थे। इसी बीच उसको शासन के द्वारा ट्रेन के माध्यम से अपने राज्य भेजे जाने की सूचना प्राप्त हुई। उन्होंने नियम के तहत आवेदन किया और टिकट प्राप्त कर भोपाल से बिलासपुर आ गए। इसी तरह बेलटोरा सीतापुर निवासी विफलराम, रायकेरा सीतापुर निवासी उमाशंकर तथा अन्य 2 लोग पुणे महाराष्ट्र में राजमिस्त्री का कार्य कर रहे थे। बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में उतरने के बाद शासन के द्वारा उपलब्ध कराया गया बस के माध्यम से वे अम्बिकापुर पहुंचे। लुण्ड्रा निवासी अशोक बेक, दादर कोरबा में मजदूरी कर रहे थे। इसी बीच लॉकडाउन शुरू हो जाने से बहुत ही परेशान थे। उन्हें वहां भोजन के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। जहां काम कर रहे थे वहाँ का काम बंद हो गया था। जैसे तैसे अपना गुजर बसर कर रहे थे। कोरबा से वे छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा प्रदत्त वाहन के माध्यम से अम्बिकापुर पहुंचे। अम्बिकापुर पहुंचने पर अपनी धरती को नमन कर छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद दिया।
सरगुजा जिले में अब तक 820 प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने जनपदों में 14 दिनों की क्वारेंटाइन में रखा गया है। अम्बिकापुर जनपद में 74, बतौली में 93, सीतापुर में 91, लुण्ड्रा 165, मैनपाट 151, उदयपुर 140 तथा लखनपुर जनपद में 106 प्रवासी श्रमिक क्वारेंटाइन में हैं।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में 5 हजार प्रवासी श्रमिकों के वापस आने के संभावना को देखते हुए 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन रखने हेतु जिले के सातों जनपदों में 435 क्वारेंटाइन सेन्टर बनाए गए हैं। क्वारेंटाइन सेन्टर में भोजन, विश्राम, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य जांच की पुख्ता व्यवस्था किया गया है। क्वारेंटाइन सेन्टर में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध है। 21 मई तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन से विभिन्न राज्यों से जिले के श्रमिक वापस लौटने वाले हैं। श्रमिकों के लौटने का क्रम जारी है।