Home छत्तीसगढ़ विद्युत संयंत्रगर्मी बढ़ने के साथ 3हजार मेगावाट तक पहुँची बिजली खपत

विद्युत संयंत्रगर्मी बढ़ने के साथ 3हजार मेगावाट तक पहुँची बिजली खपत

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आगामी दिनों में और होगा इजाफा
कोरबा.
लॉकडाउन के कारण बड़ी बड़ी औद्योगिक प्रतिष्ठानें व दुकानें बंद हैं. आवश्यक सेवा वाली दुकानें भी कुछ घंटों के लिए खुल रही हैं. इसके बाद भी बिजली की मांग में बढ़ोतरी हुई है. इसकी वजह तापमान में बढ़ोतरी को कहा जा सकता है. वर्तमान में तापमान का पारा 35 डिग्री से अधिक है. आगामी दिनों में पारा 40 डिग्री तक पहुंच जाएगा. इसके साथ बिजली की मांग में और इजाफा होने की पूरी संभावना है.गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़ने लगती है, लेकिन इस बार अप्रैल माह में भी अपेक्षाकृत बिजली की मांग कम है. लॉकडाउन के कारण बिजली की खपत कम हुई है, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ ही घरेलू बिजली की उपयोग के कारण खपत बढ़ी है. मौजूदा समय में बिजली की मांग तीन हजार मेगावाट तक पहुंच रही है. इसके मुकाबले मांग के अनुरूप ही प्रदेश में बिजली का उत्पादन हो रहा है. हालांकि सेंटर सेक्टर से 1100 मेगावाट तक बिजली ड्राल की जा रही है. चूंकि आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी. साथ ही लॉकडाउन भी खुलेगा. जिससे बंद प्रतिष्ठानों से भी बिजली की खपत होगी. ऐसे में मांग एकाएक बढ़ेगी. हालांकि विद्युत संयंत्रों में कोयले की कमी नहीं है, लेकिन एकाएक मांग बढ़ जाने से संयंत्र प्रबंधनों के सामने चुनौती जरूर रहेगी.बाक्सचार इकाईयों से नहीं हो रहा उत्पादनजैसे जैसे बिजली की मांग बढ़ रही है. वैसे वैसे संयंत्रों की इकाई में तकनीकी खराबी आने लगी है. जिले की तीन व मड़वा की एक इकाई मिलाकर कुल चार यूनिट से उत्पादन बंद है. कोरबा पूर्व की एक यूनिट एवं कोरबा पश्चिम की दो इकाई तथा मड़वा की एक इकाई से बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा है. हालांकि मड़वा की एक इकाई लंबे समय से बंद है. वहीं डीएसपीएम की दोनों इकाई फुल लोड पर चल रही हैं. बांगो हाइडल के एक यूनिट से भी बिजली ली जा रही है.
संयंत्रों के उत्पादन पर नजर
संयंत्र क्षमता उत्पादन कोरबा पूर्व 240 84एचटीपीएस 1340 765डीएसपीएम 500 436बांगो हाइडल 120 40मड़वा 1000 466नोट- क्षमता व उत्पादन मेगावाट में