शार्क के इंसानों पर हमले कोई नई बात नहीं है। अकसर सर्फिंग कर रहे लोग शार्क के मुंह का निवाला बन जाते हैं। कई बार लोगों के समुद्र में गायब होने का कारणों का पता ही नहीं चलता। ऐसे में इस खूंखार जानलेवा प्राणी को लेकर एक खौफ हमेशा ही बना रहता है। बावजूद इसके एक सर्फर ने समुद्र किनारे फंसी शार्क को बचाया। सर्फर ने अपनी जान को जोखिम में डालकर शार्क को वापस पानी में भेजा। डेडली शार्क की जान बचाने के बाद अब ये दयालु सर्फर चर्चा का विषय बना हुआ है।
पानी से बाहर आ गई थी शार्क पानी से भटककर ब्लू शार्क समुद्र किनारे फंस गई थी। हालांकि, ये शार्क पूरी तरह से वयस्क तो नहीं थी लेकिन किसी इंसान पर हमला करने लायक तो थी ही। ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया के ईस्टर्न व्यू के पास समुद्र किनारे ये शार्क आकर फंस गई। फिर सर्फर पॉल माइल्स की नजर इस शार्क पर पड़ी।
55 वर्षीय सर्फर की शार्क पर पड़ी नजर शार्क को तड़पता देख 55 वर्षीय पॉल से रहा नहीं गया और उन्होंने उसे वापस उठाते हुए वापस पानी में ले गए। 'डेली स्टार' की खबर के मुताबिक, पॉल ने कहा कि उन्होंने तड़प रही शार्क की मदद करने का फैसला किया। क्योंकि उसका नेचर वास्तव में नरम है। Expand 'ये एक पल का फैसला था' पॉल ने ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन को बताया कि ये एक पल का फैसला था। मैंने सोचा था कि मैं इसे एक मौका जरूर दूंगा। मुझे यकीन नहीं था कि ये भटका हुआ या फिर बीमार भी हो सकता है। पहले मैंने सोचा कि इसे थोड़ा धकेल कर पानी में फेंक दूंगा और ये तैरकर समुद्र में चली जाएगी।
लेकिन ये मुझे अच्छा नहीं लग रहा था। 'पहली बार इतने करीब से शार्क देखी' पॉल का कहना है कि शार्क की नाक लंबी और नुकीली थी। उसका रंग नीला था और मुझे पूरा यकीन है कि ये एक ब्लू शार्क थी। जो 20 साल तक जिंदा रह सकती है। इसकी लंबाई 10 फीट तक पहुंच सकती है। मैंने समुद्र तट के इतने करीब इन्हें पहले कभी नहीं देखा। मैंने 20 साल पहले एक चट्टान से इन्हें देखा था।
इंसानों पर हमले के लिए मशहूर हैं ब्लू शार्क बताते चलें कि ब्लू शार्क लोगों पर हमले के लिए जानी जाती रही हैं। पॉल कहते हैं कि हमें उम्मीद है कि भविष्य में एक दिन अहसान वापस करने की स्थिति भी आ सकती है। वे मजाकिया अंदाज में बोलते हैं कि मैंने कुछ नंबर्स जीत लिए, जब तक अगली शार्क मेरे पास आती है। जलवायु परिवर्तन शार्क को समुद्र किनारे लाने के लिए जिम्मेदार कारक है।