मेलबर्न
एक महिला ने दावा किया कि गर्भनिरोधक गोली (Contraceptive Pill) बंद करने से उसकी सेक्शुअलिटी (Sexuality) पर अप्रत्याशित प्रभाव पड़ा. वह पुरुषों के बजाय महिलाओं की ओर आकर्षित होने लगी. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर उसने अपनी कहानी बताई है.
news.com.au की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में रहने वाली इस महिला का नाम टेसा बोना (Tessa Bona) है. 30 साल की टेसा कभी सिर्फ पुरुषों को डेट करती थी, लेकिन गर्भनिरोधक गोली बंद करने के बाद उनमें बड़ा बदलाव आया. टेसा कहती हैं कि वह Heterosexual से Lesbian हो गई हैं.
अपने टिकटॉक वीडियो में टेसा ने दावा किया कि गर्भनिरोधक गोली लेना बंद करने के बाद उनकी सेक्शुअलिटी में मात्र तीन हफ्ते में बदलाव आना शुरू हो गया. टेसा ने कहा कि वह कभी भी समान लिंग के प्रति यौन रूप से आकर्षित नहीं हुई थीं और उन्होंने केवल पुरुषों को ही डेट किया था.
लेकिन पिछले साल अपने लॉन्ग-टर्म बॉयफ्रेंड के साथ ब्रेकअप करने के बाद, फैसला किया कि हर दिन गर्भनिरोधक गोली लेने से ब्रेक लूंगी.
लेकिन ब्रेक लेने के कुछ समय बाद ही सब कुछ बदल गया. तीन हफ्तों के भीतर टेसा पूरी तरह से अलग व्यक्ति की तरह महसूस कर रही थीं. पुरुषों की बजाय वो महिलाओं की ओर आकर्षित होने लगीं. एक महीने के भीतर वह लड़कियों को डेट करने लगीं. ये सब कुछ ऐसा था जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी.
महिला पार्टनर के साथ टेसी
उन्होंने अपने पीरियड्स को नियमित करने में मदद के लिए गर्भनिरोधक गोली लेना शुरू किया था. करीब 15 वर्षों तक वह इसे लेती रहीं. और जब इसे लेना छोड़ा तो चीजें पूरी तरह बदल गईं. फिलहाल, टेसा 6 महीने से अपनी एक महिला पार्टनर के साथ रह रही हैं. 24 साल की उनकी पार्टनर का नाम Phoebe Chakar है. टेसा उसे अपना 'पहली नजर का प्यार' बताती हैं.
टेसा अपनी पार्टनर को लेकर कहती हैं कि मैं उससे बेहद प्यार करती हूं. उसके साथ रहना किसी पुरुष के साथ रहने से बहुत अलग है. मैं उसके साथ हर सेकेंड बिताना चाहती हूं.
एक्सपर्ट ने कही ये बात
ब्रिस्बेन स्थित नैचुरोपैथ और महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ, कैथरीन मैस्लेन ने बताया कि गर्भनिरोधक गोली से बाहर आने पर सेक्सुअलिटी में बदलाव को किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में दवा की भूमिका के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
हार्मोन विशेषज्ञ ने यह भी खुलासा किया कि उसने कई रोगियों को देखा है कि गर्भनिरोधक गोली बंद करने के बाद उनके व्यक्तित्व में भारी बदलाव आया है. कुछ रोगियों में बड़े पैमाने पर व्यक्तित्व परिवर्तन देखा है.