मुंगेली/ जानकारी के मुताबिक मुंगेली कांग्रेस के जिला मुख्यालय कार्यालय में स्थित दुकान विवाद की शिकायत कांग्रेसी नेताओं द्वारा राजधानी आई प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा से कर सकते हैं, आपको बता दें कि मुंगेली कांग्रेस भवन का दुकान विवाद एक प्रदेश स्तर का मामला बन गया हैं, कांग्रेसियों द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सहित पदाधिकारियों को जानकारी भी दे दिया गया हैं।
मुंगेली कांग्रेस भवन की दुकान के अवैध कब्जे व समान चोरी होने की जानकारी होने पर कांग्रेसियों द्वारा अपने दुकान का शटर, ताला तोड़ दुकान के अंदर का मुआयना किया गया तब उन्हें मालूम हुआ कि पीछे की दीवार को तोड़कर कब्जा किया गया हैं और नया दीवार उठा दिया गया हैं, जिससे कांग्रेसी बौखला गए और उसके बाद जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लॉक और शहर कांग्रेस कमेटी ने थाने में लिखित शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी, ब्लॉक व शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा दिनांक 26 मार्च को नामजद लिखित शिकायत कोतवाली में किया गया था, दूसरे दिन 27 मार्च को तीसरी शिकायत पत्र ब्लॉक अध्यक्ष लोकराम साहू के द्वारा कोतवाली में की गई हैं जो पहले के 2 आवेदनों से अलग था। उक्त शिकायत में बताया गया कि अज्ञात व्यक्ति के द्वारा एसी और पंखे चोरी की शिकायत की गई हैं, जबकि अवैध कब्जे और अतिक्रमण का जिक्र ही नहीं हैं, इस शिकायत के आधार पर सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध क्रमांक 140/23 धारा 454, 380 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया हैं। कांग्रेसियों की माने तो 26 मार्च को नामजद शिकायत के बाद उस दिन एफआईआर दर्ज क्यों नहीं किया गया ? जिससे कांग्रेसी खुद असमंजस में हैं । पहले नामजद शिकायत के बाद अज्ञात व्यक्ति के नाम से शिकायत करने की बात किसी को हजम नहीं हो रहा, कि किसके दबाव में आकर कांग्रेसी नेताओं द्वारा कार्यवाही कराने परहेज किया जा रहा समझ से परे हैं। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं में इस मामले को लेकर बेहद नाराजगी हैं, साथ अब प्रश्न यह उठता हैं कि कांग्रेस पार्टी को अपनी ही पार्टी के कार्यालय के दुकान के लिए 3 शिकायत अलग-अलग देने की क्या जरूरत पड़ी ? ऐसे में कांग्रेसियों के मन में कई संदेह उत्पन्न हो रहा हैं, कांग्रेसियों का ही कहना हैं कि इस मामले के पीछे कोई न कोई कांग्रेसी नेता का हैं जिसके संरक्षण में अतिक्रमण और समान चोरी जैसा अपराध हुआ है। कांग्रेसियों ने कहा कि कांग्रेस के ही किसी नेता द्वारा मोटी रकम लेकर दुकान बेचने का प्रयास किया गया, कांग्रेसियों ने ऐसे नेता को कांग्रेस का गद्दार कहा हैं, जिस नेता पर दुकान बेचने का आरोप लग रहा हैं वह मुंगेली का ही हैं और जिम्मेदार पद में हैं, बहरहाल इस मामले में अभी और खुलासे होना बाकी हैं। कांग्रेसियों के लिए यह एक बड़ा मामला हैं लेकिन विधानसभा चुनाव के दावेदारों ने इस पूरे मामले से अपनी दूरी बना ली, अब वे किस बात से डर रहे हैं समझ से बाहर हैं ? कांग्रेसियों में लगातार चर्चा हो रही हैं कि कांग्रेस पार्टी का आखिर वो कौन गद्दार हैं जिसने अपनी ही पार्टी के कार्यालय के भवन की दुकान का सौदा किया हैं, क्योंकि किसी भी व्यक्ति या दुकानदार में इतना साहस नहीं कि वह किसी संरक्षण के किसी संपत्ति में जबरन कब्जा कर दे, इसमें या तो कांग्रेस के ही किसी नेता का हाथ होगा, इस मामले में एक बड़े कांग्रेस नेता की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही हैं।
आज छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी महासचिव कुमारी सैलजा करीब पौने दो बजे दिल्ली की नियमित उड़ान से राजधानी पहुंचेंगी। उसके बाद वह राजीव भवन पहुंचकर दोपहर 2 बजे बैठक में शामिल होंगी, इसी दौरान मुंगेली के कांग्रेसियों द्वारा मुंगेली कांग्रेस भवन में हुए दुकान में अवैध कब्जे मामले की शिकायत कर उन कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर सकते हैं जो इस मामले में बचते नजर आ रहे हैं या जिनकी भूमिका संदिग्ध हैं। सही मायने में कांग्रेसियों को FIR से ज्यादा रुचि इस बात में हैं कि कांग्रेस भवन की दुकान को आखिर किस कांग्रेसी नेता ने बेचने का प्रयास किया हैं ?