Home हेल्थ पुलिस परिवार की महिलाओं का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण

पुलिस परिवार की महिलाओं का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण

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कोरबा। विश्व महिला दिवस पर कोरबा के पुलिस कर्मियों एवं उनके परिजनों के लिए दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। पहले दिन शुक्रवार को पुलिस लाइन में करीब 150 महिला पुलिस कर्मियों एवं पुलिस कर्मियों के महिला परिजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। डॉ. गुलशन को कार्यक्रम का नोडल प्रभारी बनाया गया है।
इस मौके पर सीएसईबी कोरबा पश्चिम की डॉ. मंजुला साहू ने बताया कि फेडरेशन ऑफ गायनी एंड अब्सट्रेटिक सोसाइटी इंडिया की तरफ से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरे छत्तीसगढ़ में महिलाओं में कैंसर के प्रति जागरूकता और परीक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सर्वप्रथम पुलिस विभाग की महिलाओं को चुना गया है। महिला दिवस की प्रासांगिकता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मंजुला ने बताया कि महिलाओं को समान अधिकार मिले और हर क्षेत्र में उनकी भागीदारी हो इसलिए महिला दिवस मनाया जाता है, लेकिन आज महिलाओं को स्वयं अपने प्रति जागरूक करने की जरूरत है। वे स्वयं अपना ध्यान रखें तभी परिवार और समाज स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है। इसका संपूर्ण इलाज संभव है। समय रहते मालूम हो जाना चाहिए, इसलिए 40 वर्ष की उम्र के बाद कुछ जांच जैसे स्तन परीक्षण, बच्चेदानी की अंदरुनी जांच आदि करवाना चाहिए। डॉ. ज्योति श्रीवास्तव ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से कैंसर के परीक्षण की विधि की जानकारी दी। वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रोहित बंछोर एवं डॉ. गुलशन ने भी अपने विचार रखे। आठ मार्च को जिला अस्पताल में सुबह बजे से परीक्षण कैंप का आयोजन होगा। कैंप में कोरबा की सभी जाने माने स्त्री रोग विशेषज्ञ जैसे डॉ. गुलशन, डॉ. ज्योति श्रीवास्तव, डॉ. कुजुर, डॉ. बोर्डे, डॉ. मंजुला साहू, डॉ. ज्योति वर्मा, डॉ. बंछोर आदि उपस्थित होंगे।
जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण 8 को
रक्षित केंद्र के आरआई संजय साहू ने बताया कि महिला दिवस पर जहां एक तरफ वे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लेंगे, वहीं उनके स्वास्थ्य के लिए भी विशेष आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि महिलाओं से जुड़े विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए आठ मार्च को जिला अस्पताल में सुबह नौ से शाम चार बजे तक उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इस परीक्षण में जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी बीबी बोडे के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सक विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे। किसी भी तरह की गंभीर बीमारी पाए जाने पर उन्हें सलाह भी दिया जाएगा और इलाज मुहैया कराने का भी प्रयास होगा।