बिलासपुर संभाग/ 18 अप्रैल को बिलासपुर के लाल बहादुर शास्त्री स्कूल से लेकर बस स्टैंड चौक तक आप पार्टी की भव्य रैली निकली गई थी जिसमें बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के लोग शामिल थे। इस रैली में आप पार्टी के सदस्यों, समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की और अपने सरकार के नाम पर जिंदाबाद के नारे लगाए। आम आदमी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन और जनता के प्रति बेहतर और अच्छी सोच रखने वाली सरकार को जनता ने चुना है, एक तरफ दिल्ली में जनता ने दूसरी बार मौका दिया है तो वही अब पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी पे भरोसा जता पूर्ण बहुमत दिया हैं, छत्तीसगढ़ में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में भी ‘आप’ की सरकार बनाने पूरी मेहनत किया जाएगा, जिसके लिए अभी से दौरा कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है।
उसी क्रम में 18 अप्रैल को बिलासपुर में आम आदमी पार्टी की वृहद एंट्री हुई जिसमें आप पार्टी के राज्य सभा सांसद संदीप पाठक का बिलासपुर आगमन हुआ। आपको बता दे संदीप पाठक का छत्तीसगढ़ के साथ-साथ बिलासपुर और मुंगेली से भी गहरा नाता हैं। आप पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक का राज्यसभा सांसद बनने के बाद बिलासपुर पहली बार आगमन हुआ, जहाँ आप कार्यकर्ताओं व समर्थकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। छत्तीसगढ़ में आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आप पार्टी ने अपनी रणनीती बनानी शुरु कर दी है।
संदीप पाठक को बूथ लेवल तक संगठन बनाने में महारथ हासिल है, वे बीते तीन वर्षों से आप कोर ग्रुप में बतौर रणनीतिकार काम कर रहे हैं। ‘आप’ के खास रणनीतिकारों में उनका नाम शामिल है। दरअसल पाठक पंजाब विधानसभा में आप की ऐतिहासिक जीत के चाणक्य माने जाते हैं, इनके द्वारा छत्तीसगढ़ में अपनी पार्टी की चुनावी बिगुल फूंकी जा चुकी हैं।
वैसे यह माना जाता हैं कि किसी भी पार्टी या नेता के जो समर्थक होते हैं वे कहीं न कहीं अपनी स्वार्थ भावना से उनसे जुड़े रहते हैं, साथ ही परिस्थितियों के अनुसार उनके फायदे व नुकसान का आंकलन भी करते हैं, हाल ही में बिलासपुर में आम आदमी पार्टी की रैली और एंट्री से बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय की नींद उड़ गई हैं, यह बात बिलासपुर विधायक के ही गिने-चुने समर्थकों ने बताया। बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय के ही कुछ समर्थकों का कहना हैं कि जब से बिलासपुर में आम आदमी पार्टी का कार्यक्रम हुआ हैं तब से उन्हें अपनी विधायक की कुर्सी डगमगाती दिखाई दे रही हैं क्योंकि विधायक का शुरू से विवादों का नाता हैं, चाहे वह पार्टी के भीतर हो या पार्टी के बाहर, साथ ही वे गुटबाजी के हिस्से में पिसते नजर आ रहे हैं, जिससे बिलासपुर की पढ़ी-लिखी जनता यह नहीं चाहेगी कि उन्हें मजबूर व विवादित विधायक मिले, ऐसे में वर्तमान विधायक शैलेश पांडेय की राजनीतिक मुसीबत बढ़ती नजर आ रही हैं। बिलासपुर-वासियों के अनुसार बिलासपुर में आज भी समस्याओं का अंबार लगा हुआ हैं, 3 साल के कार्यकाल में विधायक शैलेश पांडेय ने भी कोई विशेष कार्य नहीं किये, जिससे उनकी उपलब्धियों का बखान किया जा सके। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं, ऐसे में बिलासपुर की ओर रुख करें तो विधायक शैलेश पांडेय के सामने केवल भाजपा, आम आदमी पार्टी या अन्य दल या नेता बस नहीं खड़े हैं बल्कि बिलासपुर विधानसभा की आक्रोशित जनता भी उनके सामने खड़ी हैं ऐसे में अब उनके लिए आगामी विधानसभा चुनाव जीतना बेहद मुश्किल हैं। हालांकि कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार इस बार बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय की टिकट कट सकती हैं।
राजनीतिक जानकारों की माने तो बिलासपुर की आक्रोशित जनता को आम आदमी पार्टी के रूप में नया विकल्प मिल गया हैं, जो कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय से रुष्ट हो चुकी हैं।