रायपुर-मुंगेली/ कल ही समाचार प्रकाशित किया गया था कि मुंगेली के SNG कॉलेज के बगल में हो रहे अवैध प्लाटिंग पर तत्कालीन SDM ने कार्यवाही की थी, जिसके चलते यहाँ हो रहे अवैध प्लाटिंग के मुरुमी रोड को जेसीबी से हटवा दिया गया था पर उनके हटते ही जमीन दलालों ने भी अवैध प्लाटिंग का अवैध कारोबार शुरू कर दिया और मुरुमी रोड को पुनः समतल किया जा रहा हैं। साथ ही SNG कॉलेज की जमीन को रास्ता बता ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा हैं। इस समाचार के प्रकाशन और शिकायत के बाद वर्तमान SDM अमित कुमार ने कहा कि अवैध प्लाटिंग की शिकायत मिलने पर पहले भी नोटिस जारी किया गया था, अवैध प्लाटिंग के मामले हमारे सामने आये हैं जिस पर हमने नामांतरण पर रोक लगा दिया हैं, SDM अमित कुमार ने आगे कहा कि SNG कॉलेज के ग्राउंड के पास यदि अवैध प्लाटिंग किया जा रहा हैं तो उसकी जांच करवाई जाएगी और नामांतरण पर रोक लगा दी जाएगी।
एसडीएम अमित कुमार के इस बयान के बाद जमीन दलालों और अवैध कॉलोनाइजरों की खैर नहीं, क्योंकि माना जाता हैं कि एसडीएम अमित कुमार कम समय में ही अपनी कार्यकुशलता के लिए जाने जाते हैं इनके सामने किसी की नेतागिरी नहीं चलती। ऐसे अधिकारी को जनता भी पसंद करती हैं, बहरहाल अब देखना हैं कि भूमाफियाओं पर प्रशासनिक कसावट का असर होता हैं या नहीं ? या ये अवैध प्लाटिंग का कारोबार चालू रखते हैं ?
मुंगेली में भू-माफियाओं, जमीन दलालों द्वारा कानून, शासन-प्रशासन के नियमों-कायदों को नजर अंदाज करते हुये अवैध रूप से प्लाटिंग किया जा रहा हैं तथा अवैध कालोनी विकसित करते हुए आम जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा हैं, और जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित कर दिया जाता हैं, अवैध प्लाटिंग में बसे लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना कॉलोनाइजरों की जिम्मेदारी होती हैं, चाहे वह सड़क हो, नाली हो, बिजली व्यवस्था हो, गार्डन हो, जल प्रदाय हो, साथ ही बहुत सारे मापदंड इन कॉलोनाइजरों के लिए बनाए गए हैं, परंतु भूमाफिया जमीन बेच मोटी रकम कमा लेते हैं और बाद में वहां रहवासियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ता हैं, वंचित होना पड़ता हैं। इसीलिए जमीन खरीददार जमीन दलालों और भूमाफियाओं के चंगुल में न फंसे, क्योंकि वर्तमान में यदि कोई अवैध प्लाटिंग में जमीन खरीद लिया, रजिस्ट्री भी हो गया तो उसका नामांतरण रुक जाएगा, जिससे उसे ही भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।