बिलासपुर। अब सभी ट्रेनों बायोटायलेट की व्यवस्था हो जाने के कारण दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपने बिलासपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर से वाशिंग एप्रान को हटाने का निर्णय लिया हैं। इसके लिए आपरेटिंग विभाग से ब्लाक भी मांगा गया और ब्लाक मिलते ही इंजीनियरिंग विभाग अपना काम शुरू कर देगा। अगर यह सफल हो जाता है तो दपूमरे के अंतर्गत आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों से वाशिंग एप्रान को हटा लिया जाएगा।
वाशिंग एप्रान एक तरह ट्रैक के नीचे सीमेंट की ढलाई होती है, जब ट्रेनों में सामान्य शौचालय हुआ करते थे तब इसकी आवश्यकता पड़ती थी। यात्री प्लेटफार्म पर खड़ी गाड़ी में शौच करते तो गंदगी हो जाती थी। बदबू व गंदगी से यात्रियों को दिक्कत होती थी पर अब सभी ट्रेनों में बायोटायलेट की व्यवस्था कर दी गई है इसलिए ट्रेन खड़ी रहे या चलती रहे इसके कारण मल ट्रैक पर नहीं गिरता इससे ट्रैक साफ-सुथरा भी रहता है। चूंकि अब वाशिंग एप्रान की आवश्यकता नहीं रह गई इसलिए रेलवे ने इसे हटाने की निर्णय लिया है।
बहुत जल्द बिलासपुर रेल मंडल के सभी स्टेशनों से वाशिंग एप्रान हटा दिए जाएंगे, ट्रैक सामान्य रहेगा। जोनल स्टेशन की बात करें तो यहां आठ प्लेटफार्म हैं, केवल चार को छोड़कर सभी में वाशिंग एप्रान बनाया गया है। रेलवे का मानना है कि इसके हटने से मरम्मत की झंझट कम रहेगी। वैसे भी आए वाशिंग एप्रान उखड?े के कारण ट्रैक में पानी भरने, निकासी आदि की समस्या आती थी। सफाई की झंझट भी नहीं रहेगी।
इस दौरान ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित होता था, पर इस तरह की समस्या अब पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। रेलवे के मुताबिक सबसे पहले प्लेटफार्म एक में ब्लाक लेकर एप्रान हटाने का काम प्रारंभ होगा। इसके लिए 20 से 22 दिन का ब्लाक लेने की तैयारी है। इस बीच प्लेटफार्म एक पर आने वाली ट्रेनों के प्लेटफार्म बदले जाएंगे। धीरे- धीरे इस तरह सभी ब्लाक लेकर वाशिंग एप्रान हटा दिए जाएंगे।