रायपुर
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने समय-सीमा की बैठक में शहर के चौक-चौराहों पर भिक्षुकों को रेसक्यू करने अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही भिक्षुकों के पुर्नवास के इंतजाम करने को कहा है, ताकि वहां बेहतर सुविधाएं उन्हें उपलब्ध हो सके। बच्चों को नशे से दूर करने के लिए जागरूक किया जाए।
कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारी गांवों में पहुंचकर निरीक्षण करें। प्रत्येक अधिकारी 15-15 दिनों के भीतर गांवों में पहुंचे और जन समस्याओं की रिपोर्ट तैयार करें। इसके बाद उन समस्याओं को त्वरित निराकरण की कार्रवाई शुरू करें। आम जनता को इससे बड़ी राहत मिलेगी और विकास कार्याें में भी तेजी आएगी। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय विभागों में वर्षाें से उपस्थित नहीं होने वाले कर्मियों की सूची तैयार की जाए और उन पर तत्काल कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि जिन नारी निकेतन, बाल संप्रेक्षण गृह में पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। इसके लिए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित की जाए और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की की जाए। शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड का वितरण किया जाए। जिन भी आवेदकों का मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र अधूरे दस्तावेज होने की वजह से नहीं बने है, इसके लिए दस्तावेज पूर्ण करें और प्रमाण पत्र बनाकर तत्काल जारी किया जाए। जिले के शासकीय अस्पताल में मरीजों को दिए जाने वाले भोजन गुणवत्तापूर्ण हो और आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूलों में परोसे जाने वाले भोजन गुणवत्ता में कमी नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि लंबित राजस्व प्रकरणों का तुरंत निराकरण किया जाए। पटवारी व आरआई के प्रतिवेदन लंबित न हो। समय-सीमा के भीतर ही राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया जाए। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, डीएफओ लोकेश पटेल, एडीएम व एसडीम समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।