कवर्धा। राजनांदगांव लोक सभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने कबीरधाम व राजनांदगांव जिले सहित छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न इलाकों में लगातार बड़े पैमाने पर हो रही वनों की अवैध कटाई का मुद्दा लोकसभा में प्रमुखता के साथ उठाया।
पांडेय ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र राजनांदगांव के अंतर्गत जिला कबीरधाम व राजनांदगांव में फॉरेस्ट सर्वे आॅफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार निरंतर जंगल कम होने के प्रमाणीत जानकारी दी गई है और यह चौंकाने वाला सच पिछले 3 वर्ष की रिपोर्ट में है। जहां सिर्फ कबीरधाम जिले में प्रतिवर्ष 38 वर्ग किलोमीटर का जंगल कम हो रहा है। जिले के पंडरिया क्षेत्र ही गत तीन वर्षों में 1585 वर्ग किलोमीटर से घटकर इस वर्ष 1547 वर्ग किलोमीटर हो चुका है। वनों की अवैध कटाई तथा नियम विरुद्ध खेती के लिए वन भूमि में अतिक्रमण के लिए छत्तीसगढ़ प्रशासन सहित विभाग संलग्न है। जहां लेनदेन प्रमुख कारक है।
छग सरकार के वन मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र कवर्धा में लगातार हो रही वनों की अवैध कटाई कई सवाल खड़े कर रही है। राजनांदगांव जिले के दक्षिण मानपुर व पानाबरस में जिन परिवारों को एक हेक्टेयर भूमि का वन अधिकार पट्टा मिला है। उनमें से कई ने 20 एकड़ भूमि पर कब्जा किया हुआ है। सड़क निर्माण हेतु मुरूम के लिए अवैध कटाई व तस्करी की जांच हेतु एनजीटी की निगरानी में जांच अपरिहार्य है। इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा कि पंडरिया क्षेत्र क्रमांक 519-520-521-522 तथा 523 में 271 ग्रामीणों को कुल 1244.41 हेक्टेयर भूमि का वन अधिकार पट्टा दिया गया है, जबकि अधिकतम प्रति किसान 1 हेक्टेयर भूमि का पट्टा देने का प्रावधान है। सांसद पांडेय ने मांग करते हुए कहा कि एनजीटी की टीम दोनों जिलों में जाकर जांच व कार्यवाही करें।
इन क्षेत्रों में अधिक हो रही वनों की अवैध कटाई –
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लाक अंतर्गत रेंगाखार जंगल, झलमला, रोल, उसरवाही, पंडरीपानी, चिल्फी घाटी, सहसपुर लोहारा ब्लाक अंतर्गत बोदलपानी, मोहनपुर, पंडरिया ब्लाक के वनांचल ग्रामों में वनों की अवैध कटाई लगातार जारी है। बोदलपानी, मोहनपुर सर्किल के मिनमिनिया दक्षिण क्षेत्र में करीब एक हजार से अधिक पेड़ों की कटाई हुई है।