धमतरी। जल जीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की 36वीं साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने कहा कि ऐसे ठेकेदार जो बार-बार नोटिस भेजे जाने के बाद भी काम शुरू नहीं कर रहे, ना ही उनके द्वारा किसी तरह का सकारात्मक रिस्पॉन्स मिल रहा है, उन्हें आगे के टेंडर के लिए अपात्र घोषित करें। उन्होंने कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि काम शुरू नहीं करने वालों को पुन: अवसर मिलने ना पाए।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 10 बजे से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना, सिंगल विलेज और सोलर आधारित जलप्रदाय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश कार्यपालन अभियंता को दिए। बैठक में जानकारी देते हुए बताया गया कि रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजनांतर्गत 262 में से 259 के कायार्देश जारी किए जा चुके हैं और तीन की निविदा प्रक्रियाधीन है। इसी तरह सिंगल विलेज जलप्रदाय योजना के तहत 361 के लक्ष्य के विरूद्ध 305 की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है जिनमें से 267 की तकनीकी स्वीकृति और 235 की प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी हैं। इनमें से छह का निविदा आमंत्रण शेष है और 79 योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं और 150 का कायार्देश जारी हो चुका है, जबकि 86 का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा सोलर आधारित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया गया कि 80 तैयार योजनाओं में से सभी की तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति के उपरांत कायार्देश जारी हो चुके हैं। बैठक में जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया, डीएफओ मयंक पाण्डेय सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में सहायक अभियंता ने बताया कि विश्व जल संरक्षण दिवस के अवसर पर संचालनालय के निदेर्शानुसार आम लोगों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जिले में आज से मोर गांव, मोर पानी अभियान चलाया जा रहा है जो आगामी एक माह तक यानी 22 अप्रैल तक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके तहत जल संसाधन की बचत और संरक्षण के उद्देश्य से ग्रामीणों को जागरूक करने विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है।