रायपुर
राजधानी में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना टिकरापारा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ’’नेटफ्लिक्स मनी हाईस्ट’’ सिंथेटिक ड्रग्स रैकेट में पैसे का सर्कुलेशन करने वाला नाइजीरियन मूल का आरोपी ओनेएक्का स्टेपन ओजुचुक्क एवं बैंक खाता उपलब्ध कराने वाला बैंक खाता धारक नजरे आलम को गिरफ्तार कर लिया है. यह कार्रवाई सिंथेटिक ड्रग्स के रैकेट में पैसे के सर्कुलेशन के संबंध में की गई.
दोनों आरोपियों को नई दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ATM, पासबुक और 2 मोबाईल फोन जब्त कर लिया है. आरोपियों के विरूद्ध टिकरापारा थाने में अपराध क्रमांक 735/24 धारा 21बी, 29 नारकोटिक एक्ट 25 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
बता दें, पिछले कुछ दिनों में, 23, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर 2024 को इस रैकेट के अन्य सात आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारियों के दौरान पुलिस ने 04 पैकेट चरस, 98 एम.डी.एम.ए टैबलेट, 189 ग्राम एम.डी.एम.ए ड्रग्स (कोकीन), एक पिस्टल, पांच मोबाइल फोन, एक इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन, और अन्य सामग्री बरामद की है. कुल मिलाकर इन सामग्रियों की कीमत लगभग 41 लाख रुपये है.
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ओनेएक्का स्टेपन ओजुचुक्क ने पुलिस को बताया कि वह सिंथेटिक ड्रग्स के बदले में प्राप्त रकम को नजरे आलम के बैंक खाते में डालता था. नजरे आलम ने अपने बैंक खाते का उपयोग कुछ कमीशन के बदले में ओनेएक्का को उपलब्ध कराया.
स्थानीय निवासियों की समस्याएँ
गौरेला और आसपास के क्षेत्रों से भी नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं को चिन्हित किया गया है. उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा रहा है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो ए.टी.एम., एक पासबुक और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
नशे के खिलाफ अभियान
रायपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की विशेष टीम गठित की गई है. सभी थाना प्रभारियों को नशीली सामग्री की बिक्री और सप्लाई करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
1. ओनेएक्का स्टेपन ओजुचुक्क (44 वर्ष, नाइजीरिया)
2. नजरे आलम (33 वर्ष, नई दिल्ली).