नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस कदर बढ़ गई अब अस्पताल ही कोरोना के हॉटस्पाट बनते जा रहे हैं। अस्पतालों में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या भले ही कम हो लेकिन यहां इलाज करने वालों की भारी कमी देखने को मिल रही है।
स्थिति यह है कि दिल्ली एम्स में हर पांचवां, लेडी हार्डिंग और सफदरजंग अस्पताल में हर चौथा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आया है। वहीं दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल में अब तक 30 से भी ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।
बीते दो सप्ताह के अंदर राजधानी के 16 बड़े अस्पताल कोरोना के हॉट स्पॉट बने हैं। इनमें सरकारी के अलावा प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं। इन सभी जगह मिलाकर करीब एक हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित बताए जा रहे हैं।
जानकारी मिली है कि दिल्ली एम्स में 200 से भी ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। इनमें से 25 कर्मचारियों को एम्स में ही भर्ती किया गया है। एम्स में 70 डॉक्टर संक्रमित हैं। जबकि गैर चिकित्सीय स्टाफ भी काफी संख्या में आइसोलेट है। इनके अलावा सफदरजंग अस्पताल में 60 डॉक्टरों समेत 165 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं। यहां प्रसूति विभाग की लगभग एक तिहाई डॉक्टर आइसोलेशन में हैं।
इनके अलावा लेडी हार्डिंग अस्पताल के लगभग 100 से अधिक स्वास्थ्यकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 110 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हैं। इनमें 65 डॉक्टर शामिल हैं। लोकनायक अस्पताल में 30 और जीटीबी में भी 50 स्वथ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हैं।
रोहिणी स्थित आंबेडकर अस्पताल में 21, हिंदूराव में 18, डीडीयू में 22 और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 20 संक्रमित हैं। बसई दारापुर स्थित ईएसआई अस्पताल में भी 12 लोग संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी अपने अपने घरों में आइसोलेशन में हैं।