रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के नेता लगातार ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। पूर्व सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने राजनांदगांव से उम्मीदवार बनाया है। नाम की घोषणा के बाद भूपेश बघेल अपने क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। इस दौरान वह डंके की चोट पर कह रहे हैं कि बैलेट पेपर से अगर चुनाव हुए तो हमारी जीत पक्की है। इसके लिए वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तरकीब बता रहे हैं कि कैसे कोर्ट और चुनाव आयोग के आदेश के बिना आज भी बैलेट पेपर से वोटिंग हो सकते हैं। इसके लिए एक लोकसभा सीट पर 375 से अधिक उम्मीदवार मैदान में होने चाहिए। भूपेश बघेल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील कर रहे हैं कि आप सभी लोग चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कीजिए। 375 पार उम्मीदवार हो जाएंगे तो बैलेट पेपर से वोटिंग होगी और हमारी जीत हो जाएगी। आइए आपको आगे बताते हैं कि ऐसा कोई नियम है क्या?
आप सभी नॉमिनेशन कीजिए
दरअसल, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल दुर्ग लोकसभा सीट के पाटन विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। संबोधन के दौरान वह अपने कार्यकर्ताओं से कह रहे थे कि 375 से अधिक प्रत्याशी एक सीट पर होंगे तो चुनाव बैलेट पेपर से होगा। भूपेश बघेल ने बताया कि जब हमने कार्यकर्ताओं को यह बात बताई तो उनमें उत्साह दिखा है। साथ ही उनलोगों ने ऐसा करने का संकल्प लिया है। भूपेश बघेल ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सभी लोग नियम के अनुसार नॉमिनेशन करें। अगर इतने लोग नॉमिनेशन करते हैं तो हम चुनाव जीत जाएंगे।
बैलेट पेपर से होगी वोटिंग?
भूपेश बघेल जो दावा कर रहे हैं, इसमें दम कितना है, इसे जानने के लिए नवभारत टाइम्स.कॉम ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से फोन पर बात की है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है लेकिन न्यू जेनरेशन की जो ईवीएम है, उसमें 370 तक बैलेट यूनिट्स लग सकते हैं। इससे ज्यादा अगर उम्मीदवार होते हैं तो फिर बैलेट पेपर से चुनाव होगा। ऐसे में दूसरा ईवीएम भी नहीं जोड़ा जा सकता है।
नॉमिनेशन के लिए इतने लोग कहां से आएंगे?
इसके साथ ही पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि इतने लोग वह कहां से लाएंगे। ये आसान नहीं है नॉमिनेशन में बड़ा खर्च होता है। 25 हजार रुपए की डिपोजिट होती है। साथ ही कागजात और वकील पर भी खर्च होता है। वोट नहीं मिलने पर सिक्योरिटी की राशि जब्त हो जाती है। इतने लोग इतनी बड़ी राशि खर्च करने को क्या तैयार होंगे?
बैलेट पेपर से होगा चुनाव
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि ईवीएम बिलकुल परफेक्ट है। उस पर कोई शंका नहीं है। वहीं, 375 पार उम्मीदवारों की संख्या होने पर बैलेट पेपर से चुनाव होंगे। उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने पर वह चालीस पन्नों का बैलेट बुक हो जाता है। बैलेट से वोटिंग कराने में परेशानी यही होगी, समय अधिक लगेगा। बूथ कैप्चरिंग बढ़ेगी। एक वोटर को उम्मीदवार का चिह्न ढूंढने में वक्त लग जाएगा।
ईवीएम से 60 सेकंड में पड़ते हैं तीन वोट
उन्होंने कहा कि ईवीएम से 60 सेकंड में तीन वोट पड़ते हैं। सियासी दलों का काम कहना है, वो कह सकते हैं लेकिन ईवीएम फरफेक्ट है। सियासी दल के लोग ऐसी बात कर रहे तो कर सकते हैं। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में नॉमिनेशन करवाने के लिए सियासी दलों को खर्च काफी करना पड़ेगा।