कोरबा। ठगी के मामले में दो साल से फरार चल रहे एक आरोपित को रामपुर पुलिस ने गेरवाघाट से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पुलिस पहले ही कर ली थी। वह लगातार पुलिस को चकमा देकर फ रार हो जाता था।
निहारिका में इंटरनेशनल बूट हाउस के संचालक अशोक कुमार केशरवानी ने बस संचालक सूरज चंद्रा को वर्ष 2016 में 5 लाख रुपए उधार दिए थे। बदले में उसने सूरज की बस को अपने पास रख ली थी। इसके दस्तावेज भी अशोक कुमार के पास ही थे। सूरज चंद्रा ने रुपए लेते वक्त कहा था कि अगर वह उधार की रकम नहीं चुका सका तो बस उनके नाम पर रजिस्ट्री करवा देगा। इस बीच सूरज ने किसी आशीष शर्मा नामक व्यक्ति को बस बेच दिया। इसकी जानकारी वर्ष 2018 में अशोक को लगी। उसका माथा ठनका और वह समझ गया कि सूरज ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। उसने इसकी शिकायत रामपुर पुलिस से की। पुलिस ने मामले की जांच के बाद सूरज के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्घ कर लिया। घटना के बाद से वह लगातार फ रार था। मुखबिर से जानकारी मिलने पर पुलिस ने उसे गेरवाघाट से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित सूरज जांजगीर जिले के जैजेपुर थाना ग्राम कुटराबोर का निवासी है। घटना के बाद से ही वह रायगढ़ व जांजगीर में छिपकर रह रहा था।