यमुनानगर। हरियाणा के यमुनानगर में बूडिया थाने के पास गैंगवार के चलते पश्चिमी यमुना नहर में कूदे 5 युवक सुलेमान, अलाउद्दीन, सनी, निखिल व साहिल का फिलहाल कोई पता नहीं चल रहा है। स्थानीय गोताखोर और पुलिस जहां रात तक नहर में तलाश कर रहे थे वहीं सोमवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने यहां मोर्चा संभाल लिया।
दोपहर तक पांचों युवकों में से किसी का भी पता नहीं चल सका है। इस बीच पुलिस ने घटना के सिलसिले में लुका गैंग के 11 नामजद बदमाशों समेत 20 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। जिन परिवारों के युवक नहर में डूब गए हैं, वे भी सुबह से ही नहर की ओर ताक रहे हैं कि उनके बच्चों को कब सुराग मिले।
यह मामला था
रविवार को शांति कॉलोनी निवासी यमुनानगर में जगाधरी की अनाज मंडी में आयोजित सीएम मनोहर लाल की विकास रैली में सुलेमान, अलाउद्दीन, साहिल, निखिल, सनी अमन कुमार, साहिल उर्फ डेढ़ा, ईशू, दीपक और शौकिन पहुंचे. वापस जाते समय वे पश्चिमी यमुना नहर के बुड़िया घाट पर स्नान करने गए। इसी दौरान 20-25 मोटरसाइकिल पर सवार 30 से अधिक युवक मौके पर पहुंच गए। दोनों गुट आमने-सामने आ गए और मारपीट व हंगामा शुरू हो गया।
पथराव किया, गोली मारने की धमकी दी
इसी दौरान गंगानगर कॉलोनी निवासी अलाउद्दीन, सुलेमान, साहिल, सनी व निखिल उर्फ निक्की, साहिल, रवि, ईशू, सनी, शौकीन हमलावरों से बचने के लिए यमुना में कूद गए। साहिल, रवि, ईशू, सनी, शौकीन किसी तरह भागने में सफल रहे, लेकिन बाकी पांच युवक पानी की तेज धारा में बह गए। हमलावरों ने यमुना में कूदने वाले युवकों पर पथराव किया और गोली मारने की धमकी दी। हमले के कारण वह बाहर नहीं निकल सका।
लुका गैंग पर आरोप
दूसरे गैंग के हमले में घायल हुए दीपक ने बताया कि उस पर लुका गैंग ने हमला किया था। भरतू, गौरव उर्फ गोरू, मणि राणा, गौरव उर्फ महादेव, पाववा, अजरू, लुक्का, गौरव, सनी उर्फ हरभजन, अमन राणा, संदीप व अन्य ने अपने साथियों को यमुना में कूदने के लिए मजबूर किया। पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में 11 लोगों को नामजद करते हुए हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
शराब-नशीले पदार्थ को लेकर मारपीट, हत्या
मार्च 2020 में नहर में डूबे अलाउद्दीन के पिता इम्तियाज की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में लुका को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। समझौता इम्तियाज पक्ष के लोगों को 30 लाख रुपये देने के बाद हुआ। इसके बाद 15 फरवरी को लुका समेत कई अन्य जमानत पर बाहर आ गए। अलाउद्दीन के परिवार वालों का कहना है कि लुका अब इम्तियाज के बच्चों को भी मारना चाहता था। इसलिए वह कई बार हमला करने की कोशिश कर चुका है। बताया जा रहा है कि अवैध शराब बेचने और स्मैक बेचने को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा शुरू हो गया।