रायपुर-बिलासपुर/ प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राम्हण समाज के ऊपर किये गए अनर्गल टिप्पणी मामले में हर ब्राह्मण भड़का हुआ है, ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों द्वारा कई जिलों में विरोध प्रदर्शन कर नंदकुमार बघेल का पुतला फूंका जा रहा हैं, ज्ञापन भी सौंपे जा रहे हैं। सर्व ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल के द्वारा समय-समय पर अनर्गल बातें एवं जातिगत टिप्पणियां के द्वारा यहां का शांतिपूर्ण माहौल खराब किया जाता रहा हैं, साथ ही ब्राम्हण समाज के खिलाफ ये अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं, नंद कुमार बघेल द्वारा यह पहला मामला नहीं है जब उनके द्वारा ब्राह्मणों और सवर्णों के खिलाफ आग उगला जा रहा हैं। इस बार फिर उन्होंने ब्राह्मणों को विदेशी बताते हुए उन्हें देश से निकालने की बात की है।
अभी हाल ही में उनके द्वारा लखनऊ उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में ओबीसी वोटों को पक्ष में लेने के लिए नंद कुमार बघेल ने छत्तीसगढ़ के ब्राह्मणों को परदेसिया और शोषणकारी घोषित कर दिया जिसके कारण यहां का सर्व ब्राह्मण समाज बेहद आक्रोशित हो उठा, इसी बात का विरोध करते हुए सर्व ब्राम्हण समाज बिलासपुर ने भी कलेक्टर बिलासपुर के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सरकार के कद्दावर नेता माने जाने वाले ब्राह्मण कृषिमंत्री को भी प्रेषित की गई, साथ ही कई जिलों में ज्ञापन देकर, FIR की मांग करते हुए पुतला दहन भी किया गया।
सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों के बीच यह मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ हैं कि बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय जो कि मुख्यमंत्री के दावेदार रहे टीएस सिंहदेव के खास समर्थक माने जाते हैं और जो स्वयं ब्राम्हण हैं ऐसे में ब्राम्हण विधायक शैलेश पांडेय द्वारा मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राम्हणों के लिए किए गए अभद्र टिप्पणी पर क्यों मौन हैं ? इस मामले में बयान देने की बजाय वे क्यों अपने होंठ सी रखे हैं ? ब्राम्हण समाज के लोगों को अब ऐसा महसूस होने लगा हैं मानो विधायक शैलेश पांडेय के लिए समाज-भक्ति से ज्यादा पार्टी-भक्ति अहमियत रखती हैं, राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में यह मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ हैं कि जब ढाई-ढाई साल के कार्यकाल को लेकर मुख्यमंत्री और टीएस सिंहदेव में आपसी गुटबाजी दिख रही हैं तो ऐसे समय में बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय टीएस सिंहदेव के साथ खुलकर खड़े हुए हैं, और अधिकांश कार्यक्रमों में वे उनके साथ ही रहते हैं किंतु क्या विधायक शैलेश पांडेय अपने समाजहित कार्यो को भूल गए हैं ? शायद इसीलिये ब्राम्हण के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी करने वाले मुख्यमंत्री के पिता के खिलाफ बयान देने आनाकानी कर रहे हैं, ऐसे में इस विधायक का अपने ही समाज के ब्राम्हणों के बीच मोहभंग होने लगा हैं।
मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल द्वारा बार बार ब्राह्मणों को अपमानजनक शब्द बोलकर अपमानित करने का कार्य किया जा रहा है, जिसका प्रदेश भर में सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा विरोध किया जा रहा हैं, लेकिन जो ब्राम्हण सत्तापक्ष में जिम्मेदार पद पर बैठे हुए हैं उनके द्वारा भी चुप्पी साध ली गई हैं।
ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने कहा की नंदकुमार बघेल के ऊपर जब तक प्रशासन के द्वारा कड़ी से कड़ी कार्यवाही नही की जाती तब तक ब्राह्मण समाज क्रमबद्ध तरीके से विरोध प्रदर्शन एवं आंदोलन करता रहेगा, इस संबंध में समाज के वरिष्ठ लोगो से भी मुलाकात कर मार्गदर्शन मांगा जाएगा। प्रदेश के कई जिलों में मामलें को लेकर विरोध प्रदर्शन, शिकायत एवं बैठकें आयोजित की जा रही हैं, इसी क्रम में कल मुंगेली में भी सर्व ब्राम्हण समाज की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें नंद कुमार बघेल का पुतला दहन कर ज्ञापन सौंपा गया, उक्त बैठक में कांग्रेस के ब्राम्हण मंत्रियों, विधायकों के प्रति भी नाराजगी देखी गई, क्योंकि ब्राम्हण समाज के मुताबिक ये समाज के होने के साथ-साथ जवाबदार पद में रहने के बाद भी उनके द्वारा नंद कुमार बघेल के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया गया। रायपुर में भी विरोध प्रदर्शन हुए। अभी हाल ही में जानकारी निकल के सामने आ रही हैं कि राजधानी के डीडी नगर थाने में मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया।