क्या पार्टी की कार्यवाही से डरे शहर कांग्रेस के ब्राम्हण अध्यक्ष…? कहीं पद जाने का डर तो नहीं ?
मुंगेली/ नंद कुमार बघेल के द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ दिए गए बयान से आक्रोशित सर्व ब्राह्मण समाज ने महाराणा प्रताप चौक पड़ाव में उनका पुतला फूंका ।
नंदकुमार बघेल के बयान से ब्राह्मणों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है । हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राह्मणों और सवर्णों के खिलाफ आग उगलते रहे हैं। बार-बार ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान बाजी कर वह अपने मुख्यमंत्री पुत्र के लिए ही समस्या खड़ी कर रहे हैं। अभी एक बार फिर उन्होंने ब्राह्मणों को विदेशी बताते हुए उन्हें देश से निकालने की वकालत की है। ब्राह्मण समाज का आरोप है कि मुख्यमंत्री का पिता होने की वजह से ही वे इतने बेलगाम होकर ब्राह्मणों के खिलाफ विष बमन कर रहे हैं और यही वजह है कि उनके खिलाफ तमाम पुलिस स्टेशनो में एफ आई आर दर्ज नहीं की जा रही है और ना ही किसी तरह की कार्यवाही हो रही है। इसी क्रम में मुंगेली सर्व ब्राह्मण समाज के द्वारा नंद कुमार बघेल के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। सर्व ब्राह्मण समाज के भवन में मुंगेली जिले के सभी ब्राह्मणों ने एकत्रित होकर एक बैठक रखी। बैठक के पश्चात रैली के रूप में सभी महाराणा प्रताप चौक पड़ाव पहुंचे और वहां पर नंद कुमार बघेल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया।
ज्ञापन में देश के हिंदुत्व और खासकर ब्राह्मणों के खिलाफ उनकी साजिशों को बेनकाब करते हुए सख्त कार्यवाही की मांग की गई है। इस अवसर पर सर्व ब्राह्मण समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
गायब रहे शहर कांग्रेस कमेटी के ब्राम्हण अध्यक्ष … कहीं पद जाने का डर तो नहीं?
आपको बता कि कल दिनांक 04.09.2021 को दोपहर 3 बजे सर्व ब्राह्मण समाज भवन मुंगेली में बैठक आयोजित की गई थी। जिसकी सूचना पहले से ही सोशल मीडिया और फोन के माध्यम से सबको दी जा चुकी थी, बैठक का मुख्य मुद्दा था कि ब्राह्मण समाज के बारे में जो अभद्र टिप्पणी नंद कुमार बघेल के द्वारा की गई थी उसके विरोध प्रदर्शन के लिए यह रूपरेखा बनाई जानी थी। निर्धारित दिनांक और समय को सर्व ब्राम्हण समाज की बैठक संपन्न हुई, जिसमें शिकायत देते हुए FIR दर्ज की मांग, पुतला दहन करने सहित कई निर्णय लिए गए, जिसमें भारी संख्या में ब्राम्हणों ने अपनी उपस्थिति दी, परंतु उक्त बैठक में यह चर्चा का विषय बना रहा कि कांग्रेस के शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा ब्राम्हण समाज के बैठक में क्यों नहीं आये, जबकि उपस्थित ब्राम्हणों द्वारा उन्हें सूचना भी दिया गया था, बैठक के समय कांग्रेस शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा को कॉल भी किया गया तो उनका मोबाईल बंद होने की बात सर्व ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों ने ही बताई, जबकि उन्हें सूचना देकर बैठक में बुलाया भी गया था, अब सवाल यह उठता हैं कि कांग्रेस के शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा सर्व ब्राम्हण समाज की बैठक में क्यों नही आये ? क्या अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री के पिता के विरोध प्रदर्शन में उन्हें हिस्सा लेना पड़ता, जिससे उनका अध्यक्ष पद जा सकता था, क्या उन्हें इन सभी बातों का डर था ? शायद इसीलिये उन्होंने इस सर्व ब्राम्हण समाज की बैठक से दूरी बनाना उचित समझा ? उक्त सारी बातें सर्व ब्राम्हण समाज की बैठक बीच में ब्राम्हणों के बीच यह मुख्य चर्चा का विषय रहा, जिस पर कई ब्राम्हणों ने आक्रोश भी व्यक्त किया। कई ब्राम्हणों ने कहा कि अब इस मामले में कांग्रेस कमेटी के ब्राम्हण अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा लाख सफाई दे पर कोई मानने वाला नहीं, ब्राह्मण समाज में उनकी छवि एक स्वार्थी और पार्टी-प्रेम नेता के रूप में उभरने लगी हैं, जो अपने समाज के खिलाफ बोलने वाले के विरोध में नहीं खड़े हो सकते वो समाज हित में कभी भी कार्य नहीं कर सकते। ब्राम्हणों ने कहा कि यहीं वह अध्यक्ष हैं जब जब पार्टी-भक्ति दिखानी होती हैं तो वे सारे कार्य छोड़ पार्टी को पूरा समय देते हैं उदाहरण के रूप में आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार, जिला कांग्रेस कमेटी मुंगेली की प्रभारी श्रीमती सीमा वर्मा और जिलाध्यक्ष के मार्गदर्शन में शहर कांग्रेस कमेटी मुंगेली द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस मनाने और उसके बाद भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी द्वारा कांग्रेस के खिलाफ अमर्यादित बयानबाजी के विरोध में पुतला दहन करने निर्देश प्राप्त हुआ हैं ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस कार्यक्रम में शहर कांग्रेस कमेटी के ब्राम्हण अध्यक्ष बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे, नारे भी लगाएंगे, पुतला भी जलाएंगे, परंतु अध्यक्ष पद खो जाने के डर से स्वतंत्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ सर्व ब्राम्हण समाज मुंगेली द्वारा किये गए आंदोलन, पुतला दहन और नारेबाजी में हिस्सा न लेकर अपनी पार्टी-भक्ति मजबूत की हैं।