नई दिल्ली
इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस में किसी से बात नहीं की है। दीदी के सख्त तेवर देखते हुए कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल मोड में है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि वे ममता बनर्जी के बिना गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते।
असम के बारपेटा में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा, "ममता बनर्जी ने कहा है कि हम बीजेपी को हराना चाहते हैं और बीजेपी को हराने के लिए हम कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी ने साफ कहा कि ममता जी और टीएमसी इंडिया गठबंधन के बहुत मजबूत स्तंभ हैं। हम ममता जी के बिना इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते। इंडिया गठबंधन पश्चिम बंगाल में भी गठबंधन की तरह ही लड़ेगा।" 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के बीच जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कई बार घोषणा की है कि सभी इंडिया गठबंधन दलों को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इससे पहले टीएमसी सुप्रीमो ने इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए कहा, "मेरी कांग्रेस पार्टी से कोई चर्चा नहीं हुई। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इसकी चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले ही बीजेपी को हराएंगे।" उनकी यह टिप्पणियां तब आयी है जब एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में कहा कि सीटों के बंटवारे पर तृणमूल कांग्रेस के साथ बातचीत चल रही है।
बनर्जी ने पूर्वी बर्द्धमान के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस में किसी से बात नहीं की है।’’ बनर्जी का पूर्वी बर्द्धमान में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को अपने दम पर 300 सीटों पर चुनाव लड़ने दीजिए। क्षेत्रीय दल एकजुट हैं और बाकी सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, हम उनके (कांग्रेस) किसी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’ टीएमसी, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 28 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं।