बेंगलुरु
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को उनके गृह क्षेत्र कालाबुरागी में झटका देते हुए उनके सहयोगी आर. रुद्रैया ने बुधवार को कांग्रेस का दानम छोड़ दिया है। रुद्रैया ने पार्टी मुख्यालय जगन्नाथ भवन में भाजपा में शामिल हो गए। कर्नाटक प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त रुद्रैया (केएएस) की पहचान खड़गे के करीबी लोगों से है। वह विपक्ष के नेता आर. अशोक, सांसद एस. मुनीस्वामी, विधायक शिवराज पाटिल और एमएलसी चलावाडी नारायणस्वामी की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।
विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई थी खटास
रुद्रैया दलित समुदाय से हैं। उन्होंने कई साल तक प्रशासन में रहते हुए देश की सेवा की है। वह पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से लिंगसुगुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट के दावेदार थे। टिकट नहीं मिलने के बाद रुद्रैया ने कल्याण राज्य प्रगति पक्ष से चुनाव लड़ा था और 13,764 वोट हासिल किए थे।
कांग्रेस पार्टी छोड़ने की अफवाहें फैली थीं
उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि रुद्रैया इस बात से नाराज थे कि मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें टिकट देने से इनकार करने में मुख्य भूमिका निभाई थी। हालांकि हाल ही में रुद्रैया के कांग्रेस पार्टी छोड़ने की अफवाहें फैली थीं, लेकिन उन्होंने भाजपा में शामिल होने के अपने फैसले की पुष्टि नहीं की।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका
इस विकास से कलबुर्गी क्षेत्र में भाजपा को मजबूती मिलने और जिले की राजनीति में दबदबा रखने वाले खड़गे परिवार की चुनौती का सामना करने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव से पहले आर. रुद्रैया का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस पार्टी के लिए कालाबुरागी में एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।