पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अकेले ही चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से हलचल तेज है। कहा जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनने के चलते यह कदम उठाया है। इसी बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बगैर किसी पार्टी का नाम लिए भविष्यवाणी कर दी है कि अभी और भी दल 'दल-दल' छोड़ सकते हैं।आचार्य प्रमोद को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का करीबी माना जाता है। उन्होंने कहा, 'अभी कुछ और 'दल' भी छोड़ेंगे 'दल-दल' में फंसना कोई नहीं चाहता।'
हाल ही में उन्होंने अयोध्या में हुए राम मंदिर निर्माण का श्रेय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया था। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा था, 'यह सनातन के शासन और 'राम राज्य' की पुनः स्थापना का दिन है। सदियों के संघर्ष और हजारों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है… मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह संभव नहीं होता।'
फारूक अब्दुल्ला भी दे चुके हैं चेतावनी
हाल ही में जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी चेतावनी दी थी कि अगर सीट शेयरिंग समय पर नहीं हुआ, तो कुछ दल अलग जा सकते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर चर्चा में अब्दुल्ला ने कहा, 'अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा।'
उन्होंने कहा, 'अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया गया तो गठबंधन के लिए खतरा है। इसे समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। यह संभव है कि कुछ दल अलग गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं, जो मुझे सबसे बड़ा खतरा लगता है। अभी भी समय है।' अब्दुल्ला ने कहा कि लोग उनके (ममता) खिलाफ बयान जारी कर मतभेद बढ़ा रहे हैं।