गरियाबंद से कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
गरियाबंद । गरियाबंद जिला में झोलाछाप डॉक्टर जिला के स्वास्थ्य अधिकारियों के मेहरबानी के चलते अब जिला भर में पनपने लगे है आपको बता दे कि जिला भर में सैकड़ों झोलाछाप डाक्टरों ने मरीज को ईलाज के लिए क्लिनिक खोल रखे है इतना ही नही जिला मुख्यालय से महज 1 किलो मीटर की दूरी में ही झोला छाप डॉक्टर ने अपना बसेरा बना कर लोगों का इलाज कर रहे है लेकिन जिला के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के कान में जु तक नही चल रहा है इतना ही नही गरियाबंद जिला के जिला मुख्यालय से बाहर की बात करे तो फिंगेश्वर स्वास्थ्य विभाग से महज 1 किलो मीटर में ही झोला छाप डाक्टरों ने अपना क्लिनिक खोल कर ईलाज कराने आये मरीज को लूट डाल रहे है , मैनपुर की बात करे तो स्वास्थ्य कार्यालय से महज 1 किलो मीटर में ही क्लिनिक खोल कर एक चुनोतियाँ दे रहे है इतना ही नही मैनपुर मुख्यालय से 40 किलो मीटर दूर जंगल मे झोलाछाप डाक्टरों ने अपना रैनबसेरा तैयार कर क्लिनिक खोल रखे है तो कोई झोलाछाप ने झोपड़ी में ईलाज के लिए अपना जगह बना लिया है देवभोग स्वास्थ्य कार्यालय से महज 1 किलो मीटर में ही झोलाछाप डाक्टरों ने आइसान क्लीनिक खोल कर स्वास्थ्य विभाग को चुनोतियाँ दे डाला लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगभग दो साल से आज तक नही कार्यवाही नही की गई छुरा के स्वास्थ्य विभाग से महज 2 किलोमीटर में झोलाछाप डाक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग को चुनौती देते हुए अपना झोलाछाप डॉक्टरी का काम कर रहे है गरियाबंद जिला मुख्यालय होने के बाद भी जिला अस्पताल के अधिकारियों ने अपना आँख बंद कर कहि ना कहि कार्यवाही ना करते हुए झोलाछाप डाक्टरों को सपोर्ट कर रहे है अगर झोलाछाप डाक्टरों को जिला अस्पताल के अधिकारियों का सपोर्ट नही है तो जिला और ब्लॉक के बी एम ओ के द्वारा क्यो झोलाछाप डाक्टरों के ऊपर कार्यवाही नही कर रहे है आपको बता दे कि जिला के मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने अपना बचाव करते हुए ब्लॉक मुख्यालय के एस डी एम और बी एम ओ को जिम्मेदार ठहराया कार्यवाही करने के लिए, और एस डी एम को नर्सिंग होम एक्ट के अध्यक्ष बताते हुये उन्हे कार्यवाही के लिए सक्षम बताया ,बीएमओ अंजू सोनवानी ने बताया कि एक समिति बना लेंगे तहसीलदार, थाना प्रभारी, बीएमओ की एक टीम बना कर कार्यवाही की जाएगी एसडीएम अनुपम आशीष टोप्पो ने बताया कि राजस्व,पुलिस,और स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा जल्द कार्यवाही की जाएगी
झोलाछाप डाक्टरों का आखिर जिला अस्पताल के किस अधिकारी का संरक्षण :- आपको बता दे कि गरियाबंद जिला भर में झोलाछाप डाक्टरों का बोला बाला चल रहा है और लंबे समय से जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही नही करने से झोलाछाप डाक्टरों ने क्लिनिक खोल कर रखे हुए है और जिला के अधिकारियों के द्वारा और बी एम ओ के द्वारा कार्यवाही नही करने से कही ना कहि अधिकारियों का झोलाछाप डाक्टरों के ऊपर संरक्षण प्राप्त है अंदेशा लगाया जा सकता है इतना ही नही कहि ना कहि झोलाछाप डाक्टरों के द्वारा राजनैतिक दवाब बनाने के कारण भी झोलाछाप डाक्टरों के ऊपर कहि ना कहि कार्यवाही के लिए नज़र नही आ रहे है
जिम्मेदार अधिकारी ने सफाई में बताया कुछ नही कर सकते :- आपको बता दे कि जब जिला मुख्यचिकित्सा अधिकारी नवरत्न से झोलाछाप डाक्टरों के बारे चर्चा की गई तो मामले को गंभीरता से नही ली और बता दिए कि जिला के पास इतना टाईम नही है कोई झाड़ू लगाने नही जाएगा,अगर कार्यवाही करेंगे तो एस डी एम करेंगे एस डी एम अध्यक्ष होते है नर्सिंग होम एक्ट के और बी एम ओ भी कर सकते है कार्यवाही बोलके पल्ला झाड़ने लगे या तो शिकायत कीजिये ।