मुंगेली/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिला मुख्यालय के दाऊपारा में 5 करोड़ रूपये की लागत से आधुनिक सुविधाओं से लेस नवनिर्मित स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल का वर्चुवल लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री टी.एस सिंह देव की अध्यक्षता में आयोजित लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल मुंगेली जिले के लिए गौरव की बात है। उन्होने कहा कि मुंगेली जिला शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी रहा है। इस जिले के स्कूलों में अध्ययन करने वाले बच्चे उच्च पदो पर आसीन होकर अपने माता-पिता, समाज, राज्य और देश को गौरान्वित किया है। उन्होने ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों की असमानता को दूर करने के लिए हमारी सरकार ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की श्रृंखला स्थापित करने का जो काम शुरु किया था, आज उसी दिशा में एक और कदम आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने के लिए संकल्पित है। इसी दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि राज्य के गरीब से गरीब बच्चे को निजी स्कूलों की तरह सुविधाएं मिलें, वे भी अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर भावी प्रतियोगिताओं के लिए स्वयं को तैयार कर सकें, इसके लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की स्थापना की जा रही है। उन्होने कहा कि पिछले साल 52 स्कूल स्थापित किए थे। अब इस साल 119 और स्कूल शुरु किए जा रहे हैं। इस तरह ऐसे विशेष, स्कूलों की संख्या अब 171 हो चुकी है। उन्होने कहा हमारा उद्देश्य बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व का निर्माण करना भी है। स्कूल के परिवेश को इस तरह विकसित किया जा रहा है, जिससे हर बच्चा अपने व्यक्तित्व का चहुंमुखी विकास कर सके। उन्होने कहा कि शिक्षकों और अभिभावकों ने जिस तरह इस योजना का स्वागत किया है, उससे शासन का उत्साह और बढ़ा है। यह देखकर खुशी होती है कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश लेना चाहते हैं। उन्होने कहा कि अभी कोरोना-काल में सभी क्षेत्रों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हुई। राज्य सरकार ने पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के माध्यम से ऐसे व्यवस्था की कि बच्चों को सतत रूप से शिक्षा मिलती रहे। इस कोविड-काल में बहुत से बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया है। कोरोना ने उनकी शिक्षा और भविष्य को लेकर भी संकट खड़ा कर दिया है। राज्य सरकार ने ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उनके शिक्षा और भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी उठाई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना शुरु की गई है। इसके अंतर्गत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने के साथ-साथ छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। उन्होने कहा कि कोरोना से अपने अभिभावकों को खो देने वाले बच्चे यदि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं, तो उन्हें प्रवेश में सर्वेच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होने मुंगेली में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शुरुआत होने पर मुंगेली के लोगों को बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होने कहा कि मास्क, सैनेटाइजर और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हमें खुद को बचाना है और अपने बच्चों को भी बचाना है, तभी हम उन्हें एक अच्छा भविष्य दे पाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कक्षा 4थीं के छात्र श्री शिशिर उपाध्याय और कक्षा 7वीं की छात्रा कुमारी सृष्टि शर्मा से उनकी शिक्षा दीक्षा सहित स्कूल के संबंध में सीधी बात की और उन्हे शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने के लिए अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी। तदुपरांत मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कक्षा 10वीं सें 12वीं तक तथा अन्य उच्च कक्षाओं में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए कैरियर मार्ग दर्शिका पुस्तक का विमोचन किया और उन्होने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए इस पुस्तिका की प्रशंसा की।
वर्चुवल लोकार्पण समारोह को पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री टी.एस सिंह देव ने संबोधित करते हुए कहा कि यह बडे़ गर्व और खुशी की बात है कि मुंगेली जिले में भी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल का संचालन प्रारंभ हो रहे है। इस स्कूल के संचालन से बच्चों को आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर मिलेगा। शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि हर माता पिता का सपना होता है कि उनके बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अध्ययन करें। इसके लिए राज्य सरकार ने ऐसिहासिक निर्णय लेकर मुंगेली जिले में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल प्रारंभ किया है। जो मुंगेली जिले के नाम रोशन करेगा। विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी संबोधित किया। उन्होने जिला मुख्यालय मुंगेली में बहुत सुंदर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के लोकार्पण करने पर मुख्यमंत्री श्री बघेल को अपनी बधाई दी। उन्होने कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्र के गरीब बच्चे भी अंग्रेजी स्कूल में अध्ययन करेंगे और प्रति स्पर्धा में आगे आएंगे। बिलासपुर लोक सभा क्षेत्र के सांसद अरूण साव ने भी संबोधित किया। उन्होने कहा कि मुंगेली जिले में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के प्रारंभ होने पर मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर की टीम को अपनी बधाई दी। उन्होने कहा कि इस स्कूल के संचालन से बच्चों का भविष्य सवरेगा और यह स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। मुंगेली विधान सभा क्षेत्र के विधायक पुन्नूलाल मोहले ने भी संबोधित किया। उन्होने कहा कि बच्चों को अब अंग्रेजी माध्यम स्कूल से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगा। उन्होने जिला मुख्यालय मुंगेली में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तुलना दिल्ली और बाम्बे जैसे शहरों में संचालित स्कूलों से की। लोरमी विधान सभा क्षेत्र के विधायक धरमजीत सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि जिला मुख्यालय मुंगेली में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का संचालन बड़ा सौभाग्य है। उन्होने विद्यार्थियो को शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर समाज, राज्य एवं देश की विकास में सहभागी बनने की बात कहीं। कलेक्टर पी.एस एल्मा ने वर्चुवल लोकार्पण समारोह में प्रशासकीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल का निर्माण साढ़े 5 महिने में ही तैयार किया गया है और इस स्कूल को सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं से लेस किया गया है और इस स्कूल को अब पूरे प्रदेश में एक माडल स्कूल के रूप में जाना जाएगा। इस अवसर पर राज्य पिछडा वर्ग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमति लेखनी सोनू चंद्राकर, नगर पालिका मुंगेली के अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, उपाध्यक्ष संजीत बनर्जी, संयुक्त कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी.भारद्वाज, पूर्व विधायक चुरावन मंगेश्कर, नगर पालिका परिषद के पार्षद हेमेन्द्र गोस्वामी, राजेन्द्र शुक्ला, राकेश पात्रे, सोनू चंद्राकर, पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर, वनमण्डला अधिकारी रामअवतार दुबे, चिप्स के ईडीएम सुश्री सोनम तिवारी, प्राचार्य डाॅ. आई पी. यादव, एम. आई.एस. प्रशासक अशोक सोनी, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ नागरिक, विभिन्न मीडिया के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उनके अभिभावक और शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी श्री रोहित व्यास ने किया।
आपको बता दे कि इस स्कूल उद्घाटन में एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने उद्बोधन में कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करने की बात कह रहे थे, मुख्यमंत्री द्वारा मॉस्क का उपयोग और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने कहा गया पर इस कार्यक्रम की जैसी ही समाप्ति हुई, और मुख्यमंत्री जैसे ही ऑफलाइन हुए मंच में कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियाँ उड़ती दिखी, अतिथियों के साथ स्कूल के समस्त स्टॉप का एक फोटोसेशन मंच में हुआ जिसमें मॉस्क और फिजिकल डिस्टेंसिंग को दरकिनार कर दिया गया, जिस पर वहाँ मौजूद लोगों ने आश्चर्य भी किया।