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अधिकारियों ने ATR को बना दिया ATM…वनांचल क्षेत्रों में मिलीभगत से शासकीय राशि का किया जा रहा दुरूपयोग…बेलगाम हुए वन विभाग के अधिकारी…प्रेस वार्ता में वन विभाग और शासन पर बरसे विधायक धर्मजीत…आदिवासियों की बदहाली पर वन विभाग और जिला प्रशासन ने नहीं दिखाई गंभीरता – धर्मजीत सिंह

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मुंगेली/जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवँ लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह के द्वारा स्थानीय सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता आयोजित किया गया,प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के वनांचल क्षेत्र में अचानक मार टाईगर रिजर्व एरिये के ऐसे गांव है जहां पर वन विभाग की मनमानी चरम पर है इनके द्वारा बैगा जनजाति के आदिवासी जो वहां निवास करते हैं इनकी उपेक्षा किया जा रहा है वन विभाग के द्वारा जो कार्य कराए जाते है उसमें मशीन का उपयोग करते हैं जिसके चलते ग्रामीणों को रोजगार नही मिल पाता,मेरे द्वारा वनांचल का दौरा किया गया और ग्रामीणों से मिलकर उनके स्थिति को देखते हुए उन्हें सूखा राशन सहित अन्य सामग्री का वितरण किया गया इस दौरान ग्रामीणों ने कई समस्याओं से अवगत कराया गया जिसमें रोजगार भी एक बड़ी समस्या है कोरोना काल में इनके सामने अपने परिवार को चलाने में जो कठनाईयों का सामना करना पड़ रहा है वो बड़ा दुखद है,उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश सरकार आम नागरिकों के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं चलाने एवँ जरूरतमंदों को हर सम्भव मदद पहुंचाने के बड़े बड़े दावें करती है लेकिन इन योजनाओं का कितना लाभ आम नागरिकों को मिल रहा है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण वनांचल क्षेत्र में जाकर देखा जा सकता है,वनांचल के ग्रामीणों का जिस तरह से बुरा हाल है वो किसी से छुपा नही है,वही वन विभाग के द्वारा जिस तरह से इनका शोषण कर अपने निजी स्वार्थों को सिद्ध किया जा रहा है और इनके रोजगार को छीन कर मशीनों से कार्य कराया जाता है और लाखों रुपयों का खुलेआम बंदरबांट किया जा रहा है, इन सब बातों से प्रदेश के वन मंत्री को भी अवगत करने के बाद भी वन विभाग के किसी अधिकारी के ऊपर आज तक कार्यवाही नही हुई है इससे साफ जाहिर होता है कि जिले में और खासकर वनांचल क्षेत्रों में शासन प्रशासन की मिलीभगत से शासकीय राशि का दुरूपयोग करने का खेल निरन्तर जारी है, विधायक ने कहा कि आदिवासियों की बदहाली पर वन विभाग और जिला प्रशासन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई।
वही उन्होंने कहा कि वन विभाग के द्वारा शासन के आदेश का हवाला देकर ग्रामीणों को विस्थापन करने की बात की जाती है लेकिन वन विभाग के अधिकारी ये बताएं कि आजतक ग्रामीणों को विस्थापित करने की प्रक्रिया को कितना आगे बढ़ा पाए इस प्रक्रिया के तहत कितनी राशि उनको उपलब्ध हुई है इसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों के सामने स्पष्ट करें वही जब ग्रामीणों को दूसरी जगह विस्थापित करना है तो सरकारी राशि खर्च कर वहाँ गौठान निर्माण,पुल निर्माण जैसे कार्य क्यों और किसके लिए करा रहे हैं, जब लोग यहां रहेंगे ही नही तो इन निर्माण कार्यो का लाभ कौन लेगा,उन्होंने आगे कहा कि सिलेगर गोलीकांड मामले में जिस तरह से सत्तापक्ष के विधायक चंदन कश्यप के द्वारा पुलिसिया जुल्म कर भोलेभाले आदिवासियों का शोषण करने का जो बयान आया है मै उनके बयान का समर्थन करता हूँ और सिलेगर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग करता हूँ,वही उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहाकि स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में हमारा जिला काफी पिछड़ा हुआ है,हमारे जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने की जरूरत है कोरोना काल मे जिस तरह से आमलोगों को महामारी से जूझने कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है वो बहुत ही पीड़ादायक रहा है,उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने प्रदेश सरकार से जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मांग भी की।
विधायक धर्मजीत सिंह ने पत्रकारों को बताया की ATR छपरवा में एक स्कूल हैं जिसे प्रोफेसर खेड़ा ने खोला था, उसके शासकीयकरण की प्रकिया चल रही हैं परंतु अफसरशाही की वजह से यह प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी हैं, 40 गांव के बीच में यह स्कूल स्थित हैं जिसे प्रोफेसर खेड़ा ने खोला था उस स्कूल के शिक्षकों को डेढ़ साल से वेतन नहीं मिला जिससे उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा, सरकार उन्हें जल्द ही वेतन दे और शासकीयकरण की प्रक्रिया जल्द पूरी करें। इस दौरान संभागीय प्रवक्ता अरुण जांगडे, जवाहर सोनी, कृपाशंकर तिवारी, अविष यादव विधायक प्रतिनिधि,धर्मेंद्र गिरी,ओंकार खत्री,भप्पू सिंह ठाकुर मौजूद रहे।