मुंगेली/ मुंगेली अंचल में विजयादशमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई, अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। इस अवसर पर मर्यादा पुरूषोत्त्म श्री राम की भव्य झांकी मुख्य मार्ग भ्रमण करते हुये रावण दहन स्थल वीर शहीद धनंजय सिंह स्टेडियम बीआरसाव स्कूल पहुंची, जो लोगों के लिये बहुत ही आर्कषक का केन्द्र बना रहा। इस झांकी में रथ में भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान विराजमान थे, झांकी में भजन मंडली के द्वारा सुंदर रामधुनी भजन प्रस्तुत किया जा रहा था, तथा भक्तजन नाचते गाते भगवान श्रीराम की जयकारा लगाते रहे। इसके साथ ही रावण दहन स्थल में माईक के माध्यम से झांकी के रूप में बने रावण द्वारा भी प्रस्तुती दी गई। इसी बीच भूप्रेन्द्र सिंह ठाकुर के द्वारा शिव तांडव स़़्त्रोत्र सुनाया गया जिसे सुन दर्शक व श्रद्धालुगण मनमुग्ध हो गये। करीब 6 बजे भगवान राम की झांकी आई, दशहरा आयोजन समिति के सदस्यों सहित नागरिकों द्वारा झांकी की भव्य स्वागत कर पूजा की गई, साथ ही भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन भी किया गया, उसके बाद रावण दहन किया गया। कार्यक्रम के दौरान ही मौसम में बदली नजर आयी परंतु भगवान राम की कृपा से रावण दहन के दौरान बारिश नही हुई और रावण दहन होने के घंटे भर बाद बारिश शुरू हुई।
नपा के अधिकारियों की लापरवाही से अंधेरा होने के काफी देर बाद की गई लाईट की व्यवस्था–
रावण दहन के लिये वीर शहीद धनंजय सिंह स्टेडियम बीआरसाव स्कूल प्रांगण में हजारों की संख्या में हर वर्ष भीड़ एकत्रित होती है तथा परिसर और आसपास में सैकड़ों की संख्या में दुकानों सजती है, बावजूद इसके नगर पालिका के द्वारा बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने में लापरवाही बरती गई। आपको बता दे कि दशहरा आयोजन समिति में नगर पालिका के लगभग सभी जनप्रतिनिधिगण सहित शहर के वरिष्ठ नागरिकगण, और कई संस्थाओं और क्षेत्रों से लोग जुड़े हुये है जब दशहरा उत्सव मनाने के लिये बैठक हुई थी तो बिजली व्यवस्था के लिये समिति के द्वारा बिजली व्यवस्था के लिये नगर पालिका के अधिकारियों को पहले ही बोल दिया गया था, साथ ही रावण दहन कार्यक्रम के एक दिन पूर्व भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी कार्यक्रम स्थल उपस्थित होकर वहां बिजली सहित अन्य व्यवस्था देख रहे थे, और स्टेडियम में कई बड़े-बड़े खंबे लगी थी जिसमें बड़ी लाईटें लगी हुई थी और सीएमओं ने समिति के लोगों को आश्वासन भी दिया कि लाईट व्यवस्था बेहतर कर दी गई परंतु उसके बाद भी रावण दहन कार्यक्रम में काफी अंधेरा होने के बाद भी लाईटें नही जलाई गई, जबकि समिति के लोगों द्वारा माईक के माध्यम से बार-बार सीएमओ को लाईट जलाने कहा जा रहा था और कार्यक्रम में सीएमओं मौजूद थे, साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के कई अधिकारी भी मौजूद थे, उसके बाद भी लाईट जलाने में बरती गई लापरवाही समझ से बाहर है। कार्यक्रम स्थल में हजारों की संख्या में भीड़ थी, जिससे कई प्रकार की दुर्घटना होने की संभावना थी, इस बार पुलिस प्रशासन के द्वारा भारी संख्या में जवान तैनात किये गये थे जिससे चलते भी किसी प्रकार की कोई दुर्धटना नही हुई। परंतु नगर पालिका द्वारा बिजली व्यवस्था को लेकर बरती गई लापरवाही समझ से परे है। जबकि अंधेरा होने के पहले लाईटें जला दी जानी थी।