गया। गया और औरंगाबाद जिले के बॉर्डर एरिया में सीआरपीएफ को शुक्रवार को बड़ी सफलता मिली। पिछले दो दिनों से चल रहे कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान 83 आइईडी बरामद किए गए हैं। बम निरोधक दस्ता ने उसे डिफ्यूज कर दिया। 159 एवं 47 बटालियन सीआरपीएफ व 205 बटालियन कोबरा के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। ये आइईडी गया जिले के छकरबंधा वन क्षेत्र में ढकपहाड़ी, सागरपुर एवं खजौतिया जाने वाले रास्तों पर प्लांट किए गए थे। इसकी पुष्टि सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट मोती लाल ने की है।
बताया गया कि सागरपुर से 1.5 किलोमीटर दक्षिण एवं ग्राम ढक पहाड़ी से 1.4 किलोमीटर उतर-पूर्व थाना छकरबंधा जिला गया और औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में 150 मीटर में सीरीज में लगाए गए 83 बारूदी सुरंग का पता चला। सभी को सावधानी पूर्वक नष्ट कर दिया गया। नक्सलियों द्वारा 20 किलोग्राम के तीन, 10 किलोग्राम के 71 एवं पांच किलोग्राम के नौ आइईडी लगाए गए थे। इसमें 815 किलोग्राम विस्फोटक बारूद का इस्तेमाल किया गया था। इतनी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल सीआरपीएफ जवानों के खिलाफ होना था। लेकिन समय से पहले इस स्थल की पहचान कर ली गई और कार्रवाई हुई है। अगर भारी मात्रा में बरामद विस्फोटक का उपयोग होता तो जवानों को भारी नुकसान होता।
बता दें कि सीआरपीएफ और कोबरा के बम निरोधक दस्ता ने सभी बारूदी सुरंगों को ब्लास्ट कर नष्ट किया है। मालूम हो कि नक्सलियों द्वारा पुलिस बलों को नुकसान पहुंचाने के कच्ची सड़कों और रास्तों पर जमीन के अंदर विस्फोटकों का जखीरा प्लांट किया जाता है। ताकि वे अपने अनुसार विस्फोट की घटना को अंजाम दे सकें. लेकिन सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबे को नाकाम कर दिया है।