नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 फरवरी 2021 को शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केरल में बिजली और शहरी क्षेत्र की प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर केरल के मुख्यमंत्री के साथ-साथ केन्द्रीय विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और नई एवं नवीकरणीय ऊर्जाऔर आवास व शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री 320 केवी पुगलुर (तमिलनाडु) – त्रिशूर (केरल) बिजली संचरण परियोजना का उद्घाटन करेंगे। यह एक वोल्टेज सोर्स कन्वर्टर (वीएससी) आधारित हाई वोल्टेड डायरेक्ट करेंट (एचवीडीसी) परियोजना है और इसमें भारत का पहला एचवीडीसी लिंक है जिसमें अत्याधुनिक वीएससी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। 5070 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, यह पश्चिमी क्षेत्र से 2000 मेगावाट बिजली भेजने की सुविधा प्रदान करेगा और केरल के लोगों के लिए लोड में वृद्धि को पूरा करने में मदद करेगा। इस वीएससी आधारित प्रणाली में ओवरहेड लाइनों के साथ एचवीडीसी एक्सएलपीई (क्रॉस लिंक्ड पॉलिएथिलीन) केबल का एकीकरण होता है और पारंपरिक एचवीडीसी प्रणाली की तुलना में 35-40 प्रतिशत कम जमीन की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री 50 मेगावाट कासरगोड सौर ऊर्जा परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसे राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन के तहत विकसित किया गया है। कासरगोड जिले के पिवलीक, मींजा और चिप्पर गांवों में 250 एकड़ से ज्यादा जमीन पर फैली इस परियोजना का निर्माण केंद्र सरकार के करीब 280 करोड़ रुपये की मदद से किया गया है। प्रधानमंत्री तिरुवनंतपुरम में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र की आधारशिला रखेंगे। 94 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस केंद्र की स्थापना का मकसद तिरुवनंतपुरम नगर निगम के लिए स्मार्ट सॉल्यूशंस उपलब्ध कराना है। साथ ही यह आपातकालीन परिस्थितियों में समन्वित कार्रवाई के केंद्र के रूप में काम करेगा।
स्मार्ट सड़क परियोजना
प्रधानमंत्री तिरुवनंतपुरम में स्मार्ट सड़क परियोजना की आधारशिला रखेंगे। 427 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की यह परियोजना तिरुवनंतपुरम की मौजूदा 37 किमी सड़कों को विश्व स्तरीय स्मार्ट सड़कों में बदलेगी जिसमें सड़क और जंक्शन में सुधार के साथ-साथ पोल से गए तारों आदि को जमीन के अंदर से किया जाना शामिल है।
अरुविकारा में जल प्रशोधन संयंत्र
प्रधानमंत्री एएमआरयूटी मिशन के तहत अरुविकारा में बने 75 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) जल प्रशोधन संयंत्र का उद्घाटन करेंगे। यह तिरुवनंतपुरम के लोगों के लिए पीने के पानी की आपूर्ति को बढ़ावा देगा और अरुविकारा में मौजूदा प्रशोधन संयंत्रों में रखरखाव कार्य चलने की स्थिति में शहर में पीने की पानी की आपूर्ति को बनाए रखने में मदद करेगा।