Home छत्तीसगढ़ मुंगेली नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी बने मिस्टर इंडिया… करीब 2...

मुंगेली नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी बने मिस्टर इंडिया… करीब 2 करोड़ के गार्डन भ्रष्टाचार की फाईल सहित स्वयं रहते है कार्यालय से गायब….पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पौधारोपण कर किया था गार्डन का भूमिपूजन…

795
0

स्वतंत्र तिवारी
मुंगेली/ नगर पालिका मुंगेली शहर का विकास करने के स्थान पर स्वयं का विकास कर रही है, नगर के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली नगर पालिका भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। काफी लंबे समय से कई निर्माण व मरम्मत कार्य के नाम पर खानापूर्ति कर उसके भुगतान से अपने घरों का राशन भरने वाले और राजशाही से रहने वाले नपा के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने शहर को पूरी तरह तबाह कर के रख दिया है, यदि मामले गिनाया जाये तो शायद जबान थक जाये। समझ में ये नही आता कि इस भ्रष्ट अधिकारियों और जनता द्वारा चुने गये जनप्रतिनिधियों को भ्रष्टाचार कर जनता और शासन की राशि में गफलत कर उसे डकारने की इजाजत किसने दी है, काफी आंकलन केे बाद यही निष्कर्ष निकला कि नपा के इन भ्रष्ट अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को कहीं न कही उनके आका जो कि बड़े-बड़े राजनितिक पदों में है उनका संरक्षण प्राप्त हो सकता है ?
नवागढ़ रोड स्थित नवनिर्मित गार्डन के लिये लगभग 1 करोड़ 59 लाख रूपयें स्वीकृत हुये थे, जानकारी के मुताबिक इसके अलावा इसमें कुछ अन्य निधि से भी राशि लगाई जा चुकी है…साथ ही नपा के बताये अनुसार पूरी राशि आहरित भी की जा चुकी है परंतु फिर भी यहां गार्डन का निर्माण नही हो सका और इस गार्डन में कोई पारदर्शिता या ईमानदारी नही बरती गई। मुंगेली को जिला बने करीब 7 वर्षो से अधिक हो गया परंतु यहां अभी तक एक भी गार्डन का निर्माण नही हो सका, और जिस गार्डन का निर्माण हो जाना था, वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया, इसके लिये नगर पालिका के अधिकारी और ठेकेदार जितने दोषी है, उतने ही दोषी यहां के जनप्रतिनिधि और नेतागण भी है। अब आश्चर्य की बात यह है कि जब गार्डन की जांच रिर्पोट में गार्डन में भ्रष्टाचार होना पाया गया है तो फिर उसके बाद कार्यवाही में आखिर देरी किस बात पर हो रही है क्या तत्कालीन सीएमओ और संलिप्त किसी अन्य अधिकारी या नेताओं के दबाव के चलते कार्यवाही नही हो पा रही है, नगर पालिका से गार्डन से संबंधित दस्तावेजों की मांग आरटीआई के जरिये की गई जिसकी जानकारी समय पूर्ण होने के बाद भी नही दी गई और नगर पालिका के जनसूचना अधिकारी आनंद निषाद् और लोक निर्माण विभाग के प्रभारी सियाराम साहू के द्वारा पूरी फाईल में कुछ फाईल गायब होने की जानकारी दी गई जिससे यह अपने आप में प्रमाणित है कि कहीं न कहीं नगर पालिका को अभी भी कोई भ्रष्टाचारी ही संचालित कर रहा है, मामलें में सीएमओ राजेश गुप्ता से मतदान के कुछ दिन पहले ही बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि मैं मामले को दिखवाता हॅू परंतु अभी तक जानकारी नही मिल पाई है। हम आपकों बता दे कि गार्डन मामले में कुछ अधिकारियों पर बड़ी कार्यवाही होने की संभावना है परंतु वे अपने आकाओं की शरण लिये बैठे है। जिसके चलते नगर पालिका में फाईल लुकाछिपी का खेल चल रहा है। सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त के लिये जब भी नगर पालिका पहुंचा जाता तो जनसूचना अधिकारी और संबंधित विभाग के कर्मचारी गायब मिलते रहे, अन्य कर्मचारी बताते थे कि चुनाव के कारण अनुपस्थित थे परंतु अब चुनाव हुये एक सप्ताह होने को है फिर भी इन जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति समझ से परे है।