स्वतंत्र तिवारी
मुंगेली – गत वित्तीय वर्ष में एक साल में मुंगेली जिले की 17 शराब दुकानों में 142 करोड की शराब बिकी । जिससे शासन को इस साल शुद्ध 93 करोड के राजस्व की प्राप्ति हुए। आंकडे के अनुसार छोटे से जिले मुंगेली में प्रतिदिन 40 लाख रूप्ये की शराब बिक्री होती है जिले में सर्वाधिक बिक्री देशी शराब की है। ं पिछले साल की तुलना में इस वर्ष लगभग 16 प्रतिशत अधिक की शराब बिकी तथा इतना ही अतिरिक्त राजस्व मिला। पिछले साल से इस साल 14 करोड अधिक की आय शराब से हुई इस साल रेट बढने से स्वभाविक रूप से यह आंकडा और बढना ही है। वहीं आबकारी विभाग ने इसके अतिरिक्त 250 प्रकरण में छापामार कार्यवाही की जिसमें 6515 लीटर शराब जब्त की गयी थी इस वर्ष दो दुकानें बंद की गयी है जिससे अब जिले में 15 शराब दुकानें हैं।
सात साल पहले जिला बना मुंगेली भले ही बहुत छोटा जिला है जो विकास या अन्य मामलों में भले धीमी रफ्तार से प्रगति कर रहा हो परंतु शराब बिक्री एवं राजस्व के मामले में मुंगेली जिला पीछे नही है गत कुछ वर्ष में बारिश नही होने से अकाल भी पडा परंतु कभी भी शराब की बिक्री में किसी तरह की कमी नही आयी मतलब कोई भी हाल हो पीने वालों को पीना ही है। इस साल जिले के मदिरा के शौकीन 142 करोड की शराब गटक गये मतलब प्रतिमाह 12 करोड की शराब जिले की 17 दुकानां से बिकी जिस हिसाब से कहा जा सकता है कि प्रतिदिन 40 लाख की शराब लोग गटक जाते हैं पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 16 प्रतिशत अधिक शराब की खपत हुई जिससे स्वभाविक रूप से राजस्व बढा। बीते वित्तीय वर्ष में मुंगेली जिले से शासन को शराब बेचकर 93 करोड की शुद्ध राजस्व प्राप्त हुआ। पिछले वर्ष आबकारी विभाग ने शराब से 79 करोड की शुद्ध कमाई की थी जो इस वर्ष 14 करोड बढकर 93 करोड पहुंच गयी है मतलब किसी व्यवसाय में बढोतरी हो ना हो शराब की बिक्री या कमाई मे बढोतरी होनी ही है चाहे ठेकेदारी हो या शासन की दुकान बिक्री या कमाई में बढोतरी ही होनी है। 142 करोड की बिक्री में सर्वाधिक बिक्री मुंगेली शहर की दाउपारा एवं रेहुंटा दुकान से होती है। इस वर्ष 1 अप्रेल से रेट बढने के बाद नये दर पर बिक्री हो रही है जिससे इस वर्ष ये आंकडा और बढने की संभावना है आंकडो के अनुसार जिले में सर्वाधिक बिक्री देशी शराब की है प्रतिवर्ष शराब का रेट बढता गया परंतु शराब बिक्री की मात्रा में कभी कमी नही आयी, भली ही कोई फिल्मी सांग काफी लोकप्रिय रहा कि हुई महंगी बहुत है शराब कि थोडी थोडी पीया करो, परंतु जिले के मदिरा प्रेमी ने इसे कभी नही माना रेट भले ही बढता गया हो परंतु हर साल बिक्री बढती ही गयी। चाहे सूखा पडे या अकाल , शराब बिक्री में कभी कमी नही आयी। पिछले वर्ष तक जिले में 17 दुकानों से शराब बिक्री होती थी इस वर्ष दो दुकानें बंद कर 15 दुकानें संचालित हो रही है परंतु शराब की बिक्री में किसी तरह का फर्क नही पडना है शराब बिक्री का आंकडा प्रतिदिन बढना ही है। आबकारी अधिकारी विकास गोस्वामी ने बताया कि जिले में इस वर्ष अवैध शराब बिक्री के 250 मामले छापामारी के बनाये गये जिनमें लगभग 6515 लीटर शराब जब्त की गयी।