परिसीमन के बाद प्रदेश में बढ़ सकती है विधानसभा की 30 सीटें
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव 90 सीटों पर होंगे। उसके बाद 2028 के चुनाव में विधानसभा की बढ़ी हुई सीटों के आधार पर होने की पूर्ण संभावना है। इसके पीछे कारण ये बताया जा रहा है कि 2025 में केंद्र सरकार रिटायर्ड उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या वरिष्ठ आईएएस की अध्यक्षता में एक परिसीमन आयोग का गठन करेगी।
30 विधानसभा सीटें छत्तीसगढ़ में बढ़ सकती हैं
देश में 543 लोकसभा की सीटें हैं और छत्तीसगढ़ में फ़िलहाल 11 लोकसभा सीट हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा की सीटें हैं। देश की लोकसभा सीटों में भी करीब 100 सीटें बढ़ने की पूरी संभावना है। वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा की जो 90 सीटें हैं, परिसीमन के बाद वह करीब 120 तक हो सकती हैं। यानि 30 विधानसभा सीटें छत्तीसगढ़ में बढ़ सकती हैं। इसमें कई आरक्षित विधानसभा सीट अनारक्षित भी हो सकती है और कई आरक्षित लोकसभा सीट भी अनारक्षित हो सकती है।
बस्तर संभाग में भी 4 से 6 विधानसभा सीटें बढ़ सकती हैं
बस्तर संभाग में 12 विधानसभा सीटें और 2 लोकसभा सीटें हैं। जिसमें कांकेर लोकसभा की सीमा बालोद से भी मिलती है। बालोद के तीनों विधानसभा क्षेत्र कांकेर लोकसभा में आते हैं। 2025 में होने वाले परिसीमन में संभवतः बालोद जिला कांकेर लोकसभा क्षेत्र से अलग हो सकता है। इसके साथ ही बस्तर संभाग के अंदर ही सभी विधानसभाओं को मिलाकर बस्तर और कांकेर लोकसभा सीटें रहेगी। बस्तर संभाग में भी 4 से 6 विधानसभा सीटें के बढ़ने की संभावना है।