मुंगेली/मुंगेली आगर साहित्य समिति में साहित्यकारों की आपसी लड़ाई जगजाहिर हैं, उसके बाद भी ये कलम चलाने की बजाय विवादों को किस प्रकार बढ़ाया जाए उस पर दिमाग चला रहे हैं। मुंगेली की सबसे पुरानी साहित्य समिति आगर साहित्य समिति हैं जो कि वर्तमान में काफी विवादों में घिरी हुई हैं, समिति के नेतृत्वकर्ता के चंदाखोरी, मनमानी और धनकुबेरों की चाटूकारिता के चलते समिति भी अपने मूल कर्तव्यों एवं उद्देश्यों से भटककर स्वार्थ पूर्ति में लगी हुई हैं। समिति के नेतृत्वकर्ता व एक-दो पदाधिकारियों के मनमानी और विवादों के कारण आगर साहित्य समिति भी राजनीतिक अखाड़ा बन गया हैं। विवादों में घिरी आगर साहित्य समिति जल्द ही भंग होने वाली हैं समिति के वरिष्ठ कुछ सदस्यों ने बताया कि विवादित पदाधिकारियों की वजह से समिति की बदनामी हो रही हैं जिसके चलते जल्द ही कार्यकारिणी भंग की जाएगी तथा नए अध्यक्ष सहित पूरी कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा, समिति के वरिष्ठ साहित्यकारों एवं सदस्यों ने बताया कि नई कार्यकारिणी के संबंध में अध्यक्ष का चुनाव हो सकता हैं, क्योंकि वर्तमान विवादित अध्यक्ष द्वारा जो नए अध्यक्ष का नाम सुझाया गया हैं वो कहीं न कहीं समिति के अधिकांश लोगों को रास नहीं आ रहा हैं ऐसी स्थिति में चुनाव ही एकमात्र विकल्प माना जा रहा हैं।