24 जुलाई से शुरू करेगा एक हफ्ते का सरकार जगाओ शपथ अभियान
सरकार पर अंधाधुंध निजीकरण और श्रम कानूनों में बदलाव का आरोप
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक का अनुषांगिक संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की है। लॉकडाउन के दौरान कर्मचरियों की छंटनी, अंधाधुंध निजीकरण और कई राज्यों द्वारा श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ बीएमएस ने सरकार के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की है। इसके तहत बीएमएस 24 जुलाई से एक हफ्ते तक सरकार जगाओ शपथ अभियान शुरू करेगा।
बीएमएस के महासचिव विरजेश उपाध्याय ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान श्रमकानूनों को ले कर सरकारों ने मनमाने फैसले किए हैं। कई जगह श्रम कानून निलंबित कर काम के घंटे बढ़ा दिए हैं। इस दौरान मनमाने तरीकेसे कर्मचारियों की छंटनी हुई है। वेतन न मिलने की शिकायतें आम है। जबकि सरकार अंधाधुंध तरीके से पीएसयु को बेचने में लगी हैं।
सरकार जगाओ शपथ अभियान के दौरान पूरे एक हफ्ते राष्ट्रीय, राज्य और जिले स्तर पर व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे। इसमें असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों की समस्या को गंभीरता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शर्मनाक तरीकेसे चार राज्य मजदूर विरोधी अध्यादेश लाई है। जबकि 12 राज्यों ने काम के घंटे केआठ से बढ़ा कर 12 कर दिया है। इनमेंं भाजपाशासित राज्य उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात भी शामिल हैं। बीएमएस ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए बुधवार को बैठक की थी।