Home छत्तीसगढ़ जिले में रोका-छेका की तैयारी जोरों पर

जिले में रोका-छेका की तैयारी जोरों पर

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में प्रचलित रोका-छेका को मूर्तरूप देने के लिये पशुपालन विभाग तैयारी में जुट गया है। इसी कड़ी में 19 जून को जिले में निर्मित गौठान ग्रामों में वृहद पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में फसल बोआई कार्य के पहले खुले में चरने वाले पशुओं को रोकने के लिये रोका-छेका प्रथा प्रचलित है। पूरे प्रदेश के साथ ही बिलासपुर जिले में भी 19 जून से पशुओं का रोका-छेका प्रारंभ किया जाएगा। उक्त तिथि को जिले में निर्मित प्रत्येक गौठान के ग्रामों में वृहद पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। शिविर में पशु उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, कृमिनाशक दवा, चारा-बीज प्रदाय, पर्याप्त पैरा चारा की व्यवस्था, ट्रेविस, चेप कटर, स्प्रे पंप का वितरण किसानों को किया जाएगा। उक्त पशु चिकित्सा षिविर को सफल बनाने के लिये प्रभारी एवं सहायक प्रभारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। शिविर पूर्वान्ह 10 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक चलेगा। उल्लेखनीय है कि विभिन्न गौठान चारागाह में नेपियर चारा रोपण का शुभारंभ रोका-छेका से पहले शुरू हो गया है। रोका-छेका के मूल उद्देश्य के अनुरूप पषुओं से फसलों को होने वाले नुकसान से बचाव के लिये स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ग्रामीणों को शपथ दिलायी जायेगी।
पशु चिकित्सा शिविर बिल्हा विकासखंड में निर्मित हथनी, चकरभाठा एवं सेलर गौठान में लगाया जाएगा। इसी तरह कोटा विकासखंड के कंचनपुर एवं मोहतरा, तखतपुर विकासखंड के नेवरा, लाखासार, मस्तूरी विकासखंड के वेद परसदा, पाराघाट, पेण्ड्रा विकासखंड के सोन बचरवार, बारीमुड़ा, गौरेला विकासखंड के पतरकोनी, पड़वनिया एवं मरवाही विकासखंड के गुल्लीडांड़ एवं सेमरदर्री गौठान में शिविर आयोजित किया जाएगा। संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं बिलासपुर ने सभी शिविर प्रभारी अधिकारियों से कहा है कि शिविर के पश्चात निर्धारित प्रपत्र में प्रतिवेदन भेजें।