डॉक्टर्स अक्सर हमें हरी सब्जियां खाने की सलाह देते हैं। यह न केवल हरी सब्जियां ही होती हैं बल्कि इनमें मौजूद पौष्टिक तत्व हमारे शरीर को कई रोगों से बचाने का काम करते हैं। इसलिए इनका नियमित रूप से सेवन भी आपके लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इन्हीं सब्जियों में से एक खास सब्जी का नाम केल है। यह आमतौर पर पालक की तरह ही दिखती है लेकिन यह पालक से बिल्कुल अलग है।
इसका नियमित सेवन करने से आप कई प्रकार की बीमारी से बचे रहेंगे और आपके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। इसके सेवन से जुड़ी कुछ स्वास्थ्य समस्या के बारे में आपको यहां नीचे बताया जा रहा है।
हृदय रोगों से बचाए रखने में
आज भारत में करोड़ों ऐसे लोग हैं जो हृदय से जुड़ी हुई किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं। इतना ही नहीं, हर साल हजारों लोगों की जान केवल हृदय रोगों के कारण ही जाती है। इसलिए अपने दिल का खास ख्याल रखने के लिए आप केल को अपने भोजन में जरूर शामिल करें। इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाने के साथ-साथ हृदय को जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करने का भी गुण मौजूद हैं। । इसलिए हृदय रोगों से बचने के अलावा जो लोग हृदय रोग से पीडि़त हैं, उन्हें इसका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
कभी नहीं होगी खून की कमी
जिन लोगों के शरीर में अक्सर थकान महसूस होती है, ऐसे लोगों के शरीर में खून की कमी भी हो सकती है, क्योंकि यह खून की कमी का सबसे आम लक्षण माना जाता है। इस समस्या से बचे रहने के लिए केल बहुत फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि इसमें कई सारे रेड मीट की तुलना में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है जो खून के निर्माण में बहुत उपयोगी होता है। इसलिए आयरन की भरपूर और आवश्यक पूर्ति के लिए इसका सेवन किया जा सकता है।
कैंसर से बचाने में
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसकी चपेट में आने वाला हर इंसान बहुत मुश्किल से ही अपनी जिंदगी बचा पाता है। यह इलाज की एक लंबी प्रक्रिया होती है जिसमें शरीर की सभी कोशिकाएं बुरी तरह से कमजोर हो जाती हैं और व्यक्ति को अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। केल में एंटी कैंसर गुण मौजूद होता है। इस कारण से इसका सेवन करने से कैंसर के जोखिम को उत्पन्न करने वाली कैंसर सेल्स को खत्म करने का सक्रिय प्रभाव पाया जाता है, जिसके कारण आप कैंसर की चपेट में आने से बचे रहेंगे।
हाई ब्लड प्रेशर से बचे रहने में
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचे रहने के लिए भी केल काफी लाभदायक साबित होगी, क्योंकि इसमें पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के अनुसार, केल में मौजूद पोटेशियम की मात्रा हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर में सामान्य रूप से संतुलन बनाए रखने का कार्य कर सकती है। इसलिए जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है वह लोग इसका सेवन इसका फायदा देख सकते हैं।
बोन हेल्थ के लिए
हड्डियों से जुड़ी हुई किसी भी प्रकार की बीमारी से बचे रहने के लिए केल का सेवन बहुत जरूरी माना जाता है। यही वजह है कि मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोग और जिम एक्सर्साइज करने के बाद इसे पीने की सलाह भी दी जाती है। इसका कारण यह है कि इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा मौजूद है जो हड्डियों को मजबूत रखने के लिए जरूरी पोषक तत्व है। इसलिए हड्डियों के उत्तम स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आप भी इसका सेवन नियमित रूप से कर सकते हैं।
विटामिन सी का भंडार
वैज्ञानिकों के द्वारा किए गए रिसर्च में इस बात की पुष्टि की गई है कि पालक की अपेक्षा केल में विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है। यह विटामिन आपके शरीर की त्वचा को निखारने के साथ-साथ आपके चेहरे को भी सुंदरता प्रदान करने के काम आती है। इतना ही नहीं, रात को सोने से पहले अगर सब्जी के रूप में आप इसका सेवन करते हैं तो यह आपको बढिय़ा नींद दिलाने में भी काफी मदद प्रदान करेगी, क्योंकि इसमें स्लीपिंग हार्मोन को सक्रिय करने का गुण भी पाया जाता है।
नसों की सूजन कम करने में
कई बार एथलीट या घर में किसी सदस्य को अक्सर नसों में खिंचाव हो जाता है और मांसपेशियों में या फिर नसों में आंतरिक रूप से सूजन आ जाती है। कभी-कभी यह स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि व्यक्ति बेड से उठ भी नहीं पाता है। ऐसे में केल का सेवन करने से इस समस्या से बचने में मदद मिलेगी, क्योंकि केल में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो नसों की सूजन कम करने के साथ-साथ मांसपेशियों में होने वाली सूजन को भी कम करने में काफी मदद करता है।
आंखों के देखने की क्षमता बढ़ाए
आपको यह सुनकर हैरानी होगी, लेकिन विटामिन ए की पर्याप्त मौजूदगी के कारण यह आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी एक औषधि के रूप में यह सकारात्मक लाभ पहुंचा सकती है। यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार केल में विटामिन ए की मात्रा पाई जाती है। यह विटामिन आंखों की रेटिना को स्वस्थ बनाए रखने के साथ-साथ देखने की क्षमता में भी सुधार करता है।