बिलासपुर/ कोरोना संकट के बीच आज भाजपा प्रदेश इकाई के आह्वान पर सांसद अरुण साव ने छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी लागू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अपने 178 नार्थ एवेन्यू नई दिल्ली स्थित निवास के सामने धरना दिया।
इस मौके पर श्री साव ने कहा कि कांग्रेस पूर्ण शराबबंदी का वादा कर प्रदेश में सत्तासीन हुई है, लेकिन अब बेहतरीन अवसर होने के बावजूद भूपेश सरकार ने शराबबंदी की जगह शराब बिक्री का चयन किया है। जिस वक्त घरों तक दवा पहुंचाने चाहिए थे उस वक्त प्रदेश की सरकार शराब की होम डिलीवरी करा रही है । इससे अधिक शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। वहीं प्रदेश का मजदूर भीख मांगने की स्थिति में पहुंच गया है। दूसरे राज्यों में प्रदेश के मजदूर फंसे हुए हैं और कांग्रेस सरकार उन्हें सिर्फ झूठ का पुलिंदा थमा रही है। केंद्र ने मजदूरों की घर वापसी के लिए नि:शुल्क ट्रेन की व्यवस्था की है, लेकिन कांग्रेसी जगह-जगह मजदूरों को यह बता कर भ्रमित कर रहे हैं कि कांग्रेस उनके टिकट का किराया दे रही है। श्री साव ने कहा कि सरकार राजस्व के लिए केवल शराब पर निर्भर होकर रह गई है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार पर ठिकरा फोड़ना छोड़े क्योंकि शराबबंदी करने या न करने का अंतिम फैसला राज्य सरकार के हाथ में था, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने शराब बंदी की जगह शराब बिक्री और होम डिलीवरी का चयन किया, जो उनकी मानसिकता को दर्शाती है।