बिलासपुर / लाॅकडाउन से प्रभावित लोगों, जरूरतमंदों को कई व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों और संस्थाओं द्वारा पका हुआ भोजन या अन्य राहत-राशन की सामाग्रियां बांटी जा रही है, जिस पर बिलासपुर आईजी ने नकेल कसते हुये कहा था कि लोग भोजन बांटने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही कर रहे है इसलिये अब यह काम केवल नगर निगम, स्थानीय निकाय व पुलिस करेगी। अभी हाल ही में लाॅकडाउन के बाद से जनप्रतिनिधिगण, समाजसेवी संस्थाये तथा व्यक्ति विशेष के द्वारा जरूरतमंदों को रोज भोजन, राशन लोगों के घर-घर पहुंचाया जा रहा है, इस पर आईजी ने कहा कि इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है, जिसके चलते उन्होंने कई जगहों का निरिक्षण भी किया जहां उन्होंने पाया कि कई जगहों पर लोग राशन और भोजन के लिये भीड़ लगाये हुये है और सोशल डिस्टेंस का पालन नही किया जा रहा, इन सभी को देखते हुये आईजी दीपाशु काबरा ने रेंज स्तर पर निर्देश जारी कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के उद्देश्य से पुलिस व नगर निगम या स्थानीय निकाय के कर्मचारियों के माध्यम से भोजन व राशन लोगों तक पहुंचाने कहा है जिससे लोग कोरोना के संक्रमण से बच सकें।
आईजी दिपांशु काबरा के इस निर्देश के बाद बिलासपुर विधायक का एक विवादित बयान सामने आया है कि किसी आदेश से गरीब और बेसहारा लोगों का पेट नही भरेगा, और पुलिस का जो काम है वह वही करे तो उचित होगा। पुलिस से वैसे भी जनता डरती है वो रोटी बांटेगी तो लोग खाना लेने नही पहुंचेगें। बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय का इस तरह का बयान जब एक प्रतिष्ठित अखबार में प्रकाशित हुआ तो क्षेत्र के लोगों ने तरह-तरह की अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि ये विधायक खुद अक्सर विवादों में घिरे रहते है और इस बार उन्होंने ऐसा बयान देकर पुलिस का अपमान किया है अभी कोरोना संकटकाल में पुलिस प्रशासन जो कानून व्यवस्था बनाये रखी है उसकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है अगर आईजी ने कुछ निर्देश जारी किया है तो काफी सोच समझकर दिया होगा ऐसे में बिलासपुर विधायक का पुलिस के खिलाफ अर्नगल बयान देना अनुचित है कई लोगों ने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले विधायक शैलेष पांडेय के सरकारी निवास के बाहर राहत सामाग्री लेने वालों की भीड़ लगी हुई थी, जिसके कारण विधायक के खिलाफ बिलासपुर पुलिस प्रशासन ने एफआईआर दर्ज की थी, हो सकता है उसी का आक्रोश विधायक अभी आईजी के निर्देश के बाद दिखा रहे हो, जबकि जानकारी के अनुसार आईजी दीपांशु काबरा ने विधायक शैलेष पांडेय को राशन पहुंचाने मना नही किया गया है उसके बाद भी विधायक के पुलिस के खिलाफ यह बयानबाजी समझ से बाहर है ?