मुंगेली/ अभी हाल ही में पूरी दुनिया में आतंक का पर्याय बनी कोरोना वायरस के कारण सभी की नींद उड़ी हुई हैं, देश-दुनिया के तमाम वैज्ञानिक और जानकर इस कोरोना वायरस से बचने के लिए मेडिसिन बनाने दिनरात एक कर दिए हैं, परन्तु जब तक इस कोरोना वायरस का कोई इलाज या वैक्सीन नही बन जाता पृरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के उपायों को अपनाने में लगी है जिसके चलते हमारे देश मे प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की घोषणा की थी उसके बाद पूरे देश मे 21 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया, जिसके चलते सरकारी और निजी संस्थान बन्द है और धारा 144 के चलते एक जगह पर भीड़ भी इकट्ठी नही हो सकती, परन्तु राज्य सरकार द्वारा आम जनता को जरूरत की दैनिक उपयोग की सामग्रियां और दवा मिल सके इसके लिए शासन ने एक समय निर्धारित कर किराना, सब्जी, डेयरी और मेडिकल दुकान खुले रखने की छूट दे रखी, परन्तु जो गरीब, मजदूर वर्ग हैं जो रोज कमाता हैं और उसी कमाई से अपना और अपने परिवार का पेट भरता हैं उसके जीवन मे मानों भूचाल सा आ गया हो, वो अपनी और अपने परिवार का पेट नही भर पा रहा, ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा था कि प्रदेश में जरूरतमंदों को हर सम्भव सहयोग हेतु प्रयास किया जाएगा, मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर को इसके लिए निर्देशित भी किया था, साथ ही कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के द्वारा भी जरूरतमन्दो को जरूरत की सामग्रियां उपलब्ध कराई जा रही, और साथ ही कई लोगो के द्वारा भोजन का भी वितरण भी किया गया परन्तु इस दौरान वे फ़ोटो खिंचाने में मशगूल दिखे, और इस चक्कर में उनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बनाया जा रहा हैं ऐसे में उन संगठन के लोगों को चाहिए कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करें भले जितनी फोटोग्राफी करनी हैं कर ले, क्योंकि जरूरतमंदों को जब सामग्रियों का वितरण किया जाएगा तो वे उनके कार्यो का अनुसरण करेंगे, अगर समाजसेवी और मदद करने वाले राजनीतिक दल के लोग ही नियम-कानून तोड़े तो मदद लेने वालों से नियम पालन की उम्मीद कैसे की जा सकती हैं ? नाम न बताने की शर्त पर कुछ पार्षदों ने बताया कि कुछ समाजसेवियों के द्वारा जो लॉकडाउन में प्रभावित जरूरतमंदों को मदद की जा रही हैं उनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही किया जा रहा, और फोटोग्राफी ज्यादा की जा रही हैं जो कि उचित नही हैं। बहरहाल मुंगेली जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंदों के ऊपर विशेष ध्यान दी जा रही हैं, जिले के अधिकारियों द्वारा तत्परता से जरूरतमंदों को जरूरत की आवश्यक सामग्री भेजी जा रही हैं।