नईदिल्ली
आप एक सच्चे रॉयल एनफील्ड प्रशंसक हैं तो उम्मीद है कि, आप समझ गए होंगे कि हम 'बुलेट' के एग्जॉस्ट नॉट यानी कि साइलेंसर की आवाज की बात कर रहे हैं. लेकिन क्या हो अगर आपके बगल से एक तेज रफ्तार बुलेट बाइक निकल जाए और आपको इस बात की भनक तक न लगे.
आपको यह पढ़कर थोड़ा अजीब लगेगा कि भला… ऐसा कैसे संभव है, लेकिन ये सच है. जब देश का ऑटो सेक्टर तेजी से इलेक्ट्रिफाइड हो रहा है ऐसे में तकरीबन हर किसी को रॉयल एनफील्ड के इलेक्ट्रिक अवतार का इंतज़ार है. रॉयल एनफील्ड के इलेक्ट्रिकफिकेशन को लेकर कंपनी ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं, कि वो इस दिशा में काम कर रहे हैं. लेकिन इससे पहले आज हम आपको इलेक्ट्रिक बुलेट से रूबरू कराने जा रहे हैं. इस बाइक को बेंगलुरू बेस्ड बुलेटियर कस्टम्स (Bulleteer Customs) ने तैयार किया है, और दिलचस्प बात ये कि, इस इलेक्ट्रिक बुलेट का नाम 'Gasoline' है. तो आइये जानते हैं कैसी है इलेक्ट्रिक बुलेट:
बुलेटियर कस्टम्स पिछले 16 सालों से ख़ासतौर पर रॉयल एनफील्ड की गाड़ियों के कस्टमाइजेशन का काम करता आ रहा है. हाल ही में इस फर्म ने रॉयल एनफील्ड की मशहूर बाइक 1984 मॉडल Bullet को इलेक्ट्रिक अवतार में डेवलप किया है. आज तक ने फर्म के फाउंडर रिकार्डो परेरा (Ricardo Pereira) से बात की और उन्होनें इस इलेक्ट्रिक बुलेट के बारे में तमाम बातें हमसे साझा की हैं.
कैसे आया इलेक्ट्रिक बुलेट का आइडिया?
रिकार्डो बताते हैं कि, उनके पास उनके पिता द्वारा तोहफे में दी गई 1984 मॉडल रॉयल एनफील्ड बुलेट थी, जो कि पारंपरिक गियर सिस्टम के साथ आती थी. वो अपने बेटे के लिए एक ऐसी बाइक देना चाहते थें जो इलेक्ट्रिक हो और यहीं से उन्हें अपनी पुरानी बुलेट को इलेक्ट्रिक अवतार में तैयार करने का आइडिया आया. इसके लिए उन्होनें पुरानी बाइक में कई तरह के बदलाव किए, मसलन बाइक के लुक और डिज़ाइन के साथ-साथ मैकेनिज़्म पर भी महीनों काम किया.
कैसी है Royal Enfield Gasoline:
रिकार्डो ने बताया कि, बाइक को बॉबर लुक देने के लिए चेचिस को 3 इंच लंबा किया गया है, इसके अलावा इसमें नए डिज़ाइन का फ्यूल टैंक दिया गया है. इंजन पार्ट को हटाकर वहां पर बैटरी को जगह दी गई है. बैटरी को कवर करने के लिए ख़ास डिज़ाइन का कवर तैयार किया गया, जो कि एक बड़े इंजन जैसा दिखता है. इसे फ्यूल टैंक के ठीक नीचे लगाया गया है. फ्यूल टैंक में बाइक का कंट्रोलर दिया गया है जो कि अलग-अलग ड्राइविंग मोड्स प्रदान करता है. इसका कंट्रोलर नाइट्रो बूस्ट सिस्टम भी देता है, जिससे बाइक का मोटर शुरुआती 5 सेकंड तक काफी पावरफुल होता है.
ड्राइविंग रेंज और परफॉर्मेंस:
इलेक्ट्रिक बुलेट को बनाने में मुंबई बेस्ड गोगो ए1 फर्म से 5kW की क्षमता का BLDC हब मोटर लिया गया है. इसके अलावा बेंगलुरू बेस्ड माइक्रोटेक से सोर्स किया गया 72 वोल्ट 80 Ah की क्षमता का बैटरी पैक इस्तेमाल किया गया है. ये बाइक रेगुलर मोड में 90 किमी और इकोनॉमी मोड में 100 किमी से ज्यादा का ड्राइविंग रेंज देती है.
इसकी बैटरी को फुल चार्ज होने में तकरीबन 7 घंटे का समय लगता है, और इसे 15 एम्पीयर के घरेलू सॉकेट से कनेक्ट कर चार्ज किया जा सकता है. इसकी टॉप स्पीड 110 किलोमीटर प्रतिघंटा है.
रिवर्स मोड में भी दौड़ेगी बाइक:
Bullet Electric में तीन अलग-अलग ड्राइविंग मोड्स दिए गए हैं, जिसमें रिवर्स मोड भी शामिल है. यानी कि आप बाइक को रिवर्स मोड में भी ड्राइव कर सकते हैं. इसमें गियर लीवर के बजाय मोड स्विच गियर दिए गए हैं. जिससे आप अलग-अलग मोड का चुनाव कर सकते हैं. इस बाइक की एक और ख़ास बात ये है कि इसमें बेल्ट या चेन सिस्टम नहीं दिया गया है, यानी कि इलेक्ट्रिक हब मोटर को पीछे वाले पहिए में ही लगाया गया है जो कि रियर व्हील को सीधे पावर देता है.
इस बाइक को इलेक्ट्रिक अवतार में तैयार करने के स्टैंडर्ड मॉडल का इंजन 45 किग्रा का था और इसमें इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी का वजन 37 किग्रा है. रिकार्डो बताते हैं बाइक में कस्टमाइजेशन के बाद इसका वजन काफी कम हो गया. जहां रेगुलर पेट्रोल मॉडल तकरीबन 161 किग्रा के आसपास था वहीं इलेक्ट्रिक मॉडल का वजन महज 145 किग्रा है, जो कि इसे बेहतर ड्राइविंग रेंज देने में मदद करता है.
नाम भी है अनोखा:
इस इलेक्ट्रिक बुलेट का नाम भी बेहद ही अनोखा है. रिकार्डो बताते हैं कि, मैं रेगुलर पेट्रोल बाइक को एक ट्रिब्यूट देना चाहता था. इसलिए हमने इस बाइक के लिए 'Gasoline' नाम का चुनाव किया. ये सुनकर थोड़ा अजीब लगता है लेकिन एक इलेक्ट्रिक बाइक के लिए गैसोलिन नाम का इस्तेमाल करना इसे रोचक भी बनाता है. इसके अलावा ये बुलेट आम इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की तरह बिल्कुल साइलेंट है. यानी कि जब आप इस 145 किलोग्राम की मशीन को सड़क पर दौड़ाते हैं तो बिल्कुल साइलेंटली आगे बढ़ती है. रिकार्डो का कहना है कि इस बाइक को तैयार करने में तकरीबन 3 लाख रुपये का खर्च आया है.