यूपी
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता की कवायद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। प्रधानमंत्री अलग-अलग समूहों में देशभर के सांसदों के साथ बैठक कर न केवल उनका रिपोर्ट कार्ड देखेंगे, बल्कि इलाकेवार सियासी हवा का भी आकलन करेंगे। इसी क्रम में पीएम 31 जुलाई और 2 अगस्त को उत्तर प्रदेश के सांसदों से भी मिलेंगे।
यूपी के लोकसभा क्षेत्रों की सर्वे रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व पास पहुंच चुकी है। इसी रिपोर्टकार्ड के आधार पर भाजपा नेतृत्व अब सांसदों की कॉपी जांचेगा। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अलग अलग सांसद समूहों की बैठक लेंगे। आगामी 31 जुलाई को पश्चिमी यूपी के सांसदों की बैठक होगी। इसका संयोजन केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान करेंगे। इस बैठक में बृज, पश्चिम और कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के सांसद शामिल होंगे।
वहीं दो अगस्त को पूर्वी यूपी के सांसदों की बैठक बुलाई गई है। इसके संयोजक केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय होंगे। इस बैठक में काशी, गोरक्ष और अवध क्षेत्र के सांसदों की मौजूदगी रहेगी। आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से इस कवायद को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।