रायपुर
मेडिकल स्टोर्स खोलने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से 28 लोगों ने ड्रग लायसेंस प्राप्त करने के लिए फर्जी फामेर्सी डिग्री / डिप्लोमा लगाकर आवेदन किया था। इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों को पहले ही गिरफ्तार लिया था जिसमें कल एक आरोपी की छूटन विश्वास की गिरफ्तारी की गई। तेलीबांधा पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है।
छग स्टेट फामेर्सी काउंसिल रायपुर के डॉ. श्रीकांत राजिम वाले ने तेलीबांधा थाने में फर्जी फामेर्सी डिग्री व डिप्लोमा लेकर मेडिकल खोलने के लिए आवेदन करने का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने सनराईस युनिवर्सिटी बैगाड राजपुर राजस्थान से रमाकांत निषाद, शीतल कुमार महार, संजय कुशवाहा, सूरज कुमार अग्रवाल, ओ. पी. जे. एस युनिवर्सिटी चुरू राजस्थान से चन्द्रेश कुमार साहू, डामेश्वर कुमार साहू, श्रीधर युनिवर्सिटी पिलानी राजस्थान से रविन्द्र कुमार साहू, स्वामी विवेकानंद युनिवर्सिटी सागर म.प्र. से खेमलाल धीवर के फामेर्सी डिप्लोमा छत्तीसगढ़ स्टेट फामेर्सी काउंसिल रायपुर के समक्ष आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये।
उत्तर प्रदेश फामेर्सी कांउसिल लखनउ से रविन्द्र कुमार द्वारा फर्जी काउंसिल मे पंजीयन की प्रमाण पत्र के साथ एनओसी प्रमाण पत्र हेतु प्रस्तुत करना पाया गया। इसके साथ ही राजस्थान फामेर्सी काउंसिल जयपुर, सत्य साई युनिवर्सिटी सिहोर मध्य प्रदेश, मोनाद युनिवर्सिटी हापुर उ. प्र. जे. एस. युनिवर्सिटी शिकोटाबाद फिरोजाबाद उ.प्र. के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र जारी कराया गया है। इसी प्रकार अन्य आरोपियों द्वारा भी फर्जी प्रमाण पत्र को छत्तीसगढ़ स्टेट फामेर्सी काउंसिल रायपुर के समक्ष छल व बेईमानी पूर्वक अपने फायदे के लिए षडयंत्र पूर्वक आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करना पाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर किया। तेलीबांधा पुलिस ने इस मामले में कल छूटन विश्वास (32) को भी गिरफ्तार किया जिसके पास से फर्जी दस्तावेज जप्त किया।