भोपाल। मध्यप्रदेश में खनिज के अवैध परिवहन और कर चोरी को रोकने के लिए स्मार्ट आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस युक्त चैक पोस्ट लगाए जाएंगे। जिन जिलों में सर्वाधिक खनिजों का खनन और परिवहन होता है वहां यह चैक पोस्ट शुरु किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक जिला और राज्य स्तरीय समितियों की बैठक में चैकपोस्ट के स्थान तय किए जाएंगे। इन चैक पोस्ओं पर बेसीफोकल कैमरे लगाए जाएंगे। ये खनिज परिवहन कर रहे ईटीपी और पंजीकृत वाहन की डिटेल को स्कैन कर लेंगे। इन चैक पोस्टों के जरिए यह जांच की जा सकेगी कि वाहन को जो ईटीपी जारी हुआ है उसमें दिया गया खनिज ही परिवहन किया जा रहा है या कोई दूसरा खनिज परिवहन किया जा रहा है। इसके अलावा यह चैकपोस्ट यह जांच भी कर सकेगी कि जो ईटीपी जारी हुआ है उसमें दी गई अवधि पूरी तो नहीं हो गई उसके बाद वाहन खनिज परिवहन तो नहीं कर रहा है। चैक पोस्ट पर यह जांच भी हो जाएगी कि एक ईटीपी पर चुकाए गए शुल्क से वाहन एक से अधिक बार खनिज परिवहन तो नहीं कर रहा है।
खनिज विभाग के पास खनिज परिवहन में लगे सभी वाहनों का ब्याौरा उपलब्ध है। इसमें यह भी तय होता है कि कौन से वाहन किस तरह के खनिज के परिवहन का काम कर रहे है। खदानों से जो वाहन खनिज लेकर निकलते है उनका समय और गंतव्य तक पहुंचने के लिए तय समय का ब्यौरा भी खनिज विभाग के पास रहता है। इसे राज्य स्तरीय कंट्रोल रुम से भी जोड़ा जाएगा। वहां से भी इसकी सीधी मानीटरिंग हो सकेगी। अवैध रुप से खनिज परिवहन करने वाले वाहनोंं, एक ईटीपी से कई बार खनिज परिवहन करने और जिस खनिज के परिवहन की अनुमति दी गई है उससे भिन्न किसी अन्य खनिज के परिवहन करते पकड़े गए वाहन पर जुर्माना भी लगाया जा सकेगा और जुमाना राशि जमा नहीं करने पर वाहन को राजसात भी किया जा सकेगा।
जुलाई से शुरू हो सकती हैं चौकियां
प्रदेशों में राज्य स्तरीय समितियों ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस युक्त स्मार्ट परिवहन जांच चौकियों को शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। जल्द ही इसके लिए ठेके दार तय होंगे और जुलाई तक ये आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस युक्त चैक पोस्ट काम करना शुरु कर देंगे।