मुंगेली/ मुंगेली जिले में भूमाफियाओं, अवैध कालोनाइजरों और जमीन दलालों का कहर जिला बनने के बाद से जारी हैं, भूमाफिया और जमीन दलालों के द्वारा शासन प्रशासन के कुछ अधिकारियों से मिलीभगत कर और नियमों की अनदेखी कर जमीनों की हेराफेरी कर बंदरबांट की जा रही हैं जिससे मुंगेली की जनता में काफी आक्रोश हैं। मुंगेली जिले का कोई हिस्सा ऐसा नही है जो इन जमीन दलालों से बचा होगा ? मुंगेली लगभग एक दशक से जमीन दलालों के चंगुल में फंसा हुआ है, उसके बाद भी जिले स्तर के बड़े अधिकारियों द्वारा जमीन दलालों और भूमाफियाओं पर कार्यवाही नही की जा रही हैं। इसका प्रमुख कारण यह भी हो सकता हैं कि इन जमीन दलालों द्वारा अपनी काली कमाई के हिस्से से इन भ्रष्ट अधिकारियों का मुंह बंद कर दिया जाता हैं ?
अभी हाल ही में मुंगेली नगरीय क्षेत्र में नजूल सरकार की रिक्त भूमि को व्यक्ति विशेष लोगों को आबंटित भूमि को निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों, कांग्रेसियों पार्षदों और भाजपाईयों के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। कांग्रेसियों द्वारा कलेक्टर मुंगेली को दिनांक 17 फरवरी को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की गई थी इसमें कार्यवाही करने जिला प्रशासन को कांग्रेस ने 1 सप्ताह का समय दिया गया था। ज्ञापन में अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत रिक्त भूमि व्यक्ति विशेष लोगों को आबंटित की जा रही है जो कि शासन के नियमों का उल्लंघन करना प्रतीत होता है। नगर पालिका सीएमओ द्वारा जो एनओसी जारी की गई है सीएमओं ने इस बात का ध्यान न रखते हुये कि नगरीय क्षेत्र में शासन की किसी भी प्रकार की कोई भी भूमि जिस पर नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित कार्यो के क्रियान्वयन के लिये सुरक्षित रखी जाती है तथा उक्त भूमि को किसी के द्वारा मांगी जाती है तो परिषद् में इसका प्रस्ताव लाकर सहमति ली जाती है जबकि सीएमओ द्वारा ऐसा नही किया गया है जो भूमि आबंटित की गई है जिनमें से व्यक्ति विशेष को अधिक से अधिक प्लाट किया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि राज्य शासन की भी बदनामी हो रही है। ज्ञापन में एक हफ्ते का समय दिया गया था एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी कांग्रेसी मौन धारण किये हुए हैं, साथ ही मुंगेली में यह चर्चा चल रही हैं कि जब कांग्रेसियों के द्वारा ज्ञापन देकर एक हफ्ते में अनशन की बात की गई थी परंतु कांग्रेसियों को ज्ञापन दिए 20-25 दिन हो गए परंतु उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई आंदोलन करने पहल नही की जा रही, जो उनकी कायरता को प्रदर्शित करता हैं, साथ ही भाजपा नेताओं द्वारा 25 फरवरी को मुंगेली नगर एवं क्षेत्र में नजूल सरकार की सार्वजनिक हित की रिक्त भूमि को व्यक्तिगत रूप से विशेष लोगो को लाभान्वित किये जाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए उक्त आबंटन को निरस्त करने की मांग की गई थी, परंतु आज करीब दो हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया भाजपाई भी इस मुद्दे पर कुछ करते नजर नही आ रहे है, भाजपाईयों द्वारा भी कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी परंतु वे भी मौन धारण किये हुए है ऐसे में प्रश्न यह उठता हैं कि क्या इन भूमाफियाओं द्वारा कहीं उन्हें भी खरीद लिया गया होगा ? अगर ऐसा है तो कांग्रेसियों के साथ साथ अब भाजपाइयों की शहर एवं क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा बदनामी हो रही हैं साथ ही मुंगेली की जनता भी इन नेताओं से काफी नाराज है।