नकारात्मक सोच और डर से घटती है इम्युनिटी, वैद्य डॉ.नागेन्द्र शर्मा
कोरबा। पूरे विश्व में कोरोना वायरस का कहर बरस रहा है भारत मे भी इसके प्रकोप से इस वक्त सभी परेशान हैं। इस विषय मे हमारे संवाददाता से चर्चा करते हुये अंचल के सुप्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ वैद्य डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा ने बताया कि इससे घबराने की या डरने की जरूरत नही है, क्योंकि इसके रोग के लक्षणों का इससे बचाव एवं उपाय का विस्तार से वर्णन हमारी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में वर्णित है जिसकी कुछ सावधानियां और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर इससे बचा जा सकता है। कोरोना वायरस का प्रभाव मुख्यत: व्यक्ति की श्वसन तंत्र प्रणाली में होता है और व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी की वजह से ये बहुत शीघ्र व्यक्ति के शरीर को संक्रमित कर मृत्यु का ग्रास बना लेता है। मुख्य रूप से कोरोना वायरस से बचने के लिये मांसाहार से बचें साथ ही ठंडी, बासी चीजों का प्रयोग न करें। मास्क का प्रयोग करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से परहेज करें, हाँथ मिलाकर नही हाँथ जोडक़र अभिवादन करें। इन सावधानियों के साथ व्यक्ति को अपनी इम्युनिटी मजबूत रखना चाहिये जिसके लिये सबसे ज्यादा जरूरी है। व्यक्ति अपने मन में नकारात्मक विचार न लाये और डरे नही क्योंकि इम्युनिटी कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण नकारात्मक विचार है । जिससे बचाव के लिये भस्त्रिका, कपाल भाती,अनुलोम विलोम, भ्रामरी एवं उदगीत प्राणायाम का अभ्यास सभी को करना चाहिये इससे हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हमारी इम्युनिटी भी मजबूत होती है। साथ ही अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिये गिलोय की डंडी लगभग 10 इंच, तुलसी के 10 पत्ते, हल्दी 3 ग्राम, सोंठ 3 ग्राम, अदरख का छोटा टुकड़ा एवं गुड़ को 1 लीटर पानी मे पकाकर जब आधा लीटर शेष रह जाये तो छानकर घूंट घूंट कर दिन में तीन से चार बार पियें जिससे जठराग्नि मजबूत होगी। शरीर के विषैले तत्व बाहर होंगे और व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी इसे स्वस्थ व्यक्ति के साथ रोगी व्यक्ति को भी दिया जा सकता है जिससे अप्रत्याशित लाभ होगा। इसके अलावा अपने नजदीकी आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह से गिलोय घन बटी, तुलसी घन बटी, आरोग्य बटी, संजीवनी बटी, संसमनी बटी,शिलाजीत,
इम्म्यूनोसिन,इम्मयूशान्त,फेविकान,सेप्टिलिन,इम्मयूडैब,अडूसा,आमला एवं च्यवनप्राश आदि आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग कर इस कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा जा सकता है।