मुंगेली/ हाल ही में मुंगेली के उपलेटा राईस मिल सहित 3 राईस मिलों में खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की, जिसमें कस्टम मिलिंग का चावल जमा करने में लापरवाही बरतने पर कार्यवाही करते हुए अनाधिकृत धान को जप्त भी की गई। मामले में अधिकारियों द्वारा एफआईआर दर्ज कराने और मिलों को सीलबंद करने तक की बात कही गई। उपलेटा राईस मिल सहित 3 राईस मिलों में हुए इस कार्यवाही को लेकर पत्रकारों द्वारा 20 अप्रैल को इस मामले में और भी जानकारी के लिए जिला खाद्य विभाग अधिकारी से संपर्क किया गया तो वे कार्यालय में नहीं मिले और न ही उन्होंने फोन उठाया। वहीं दूसरी ओर यह जानकारी सुनने में आ रहा हैं कि मामले को रफादफा करने का प्रयास किया जा रहा हैं, जिसमें कुछ दलाल किस्म के नेता भी सक्रिय हैं जो बड़े ओहदेदार भी हैं, वहीं इस पूरे मामले की जानकारी राजधानी पहुंचने की जानकारी मिल रही हैं जहां मंत्रियों और बड़े अधिकारियों से इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मांग की जा रही हैं। अब देखना यह हैं कि अधिकारियों द्वारा इन तीनों राईस मिलों पर आपराधिक मामला दर्ज करती हैं या उन्हें अभयदान देती हैं ? या किसी और वजह से मामले को ठंडे बस्ते में डाला जा सकता हैं ? उपलेटा राईस मिल सहित बिलासपुर रोड स्थित राईस मिलों में कई बड़ी खामियां एवं अनियमितता की जानकारी मिली हैं जिसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा। जिन राईस मिलों पर छापेमारी की गई हैं उन मिलों के मालिकों एवं संरक्षकों का ताल्लुक एक बड़े राजनीतिक पार्टी से भी हैं जिसकी आड़ में भी भारी अनियमितता बरती गई हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में राईस मिलर्स के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जा सकता हैं।
क्या हैं ताजा मामला –
मुंगेली जिले के कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार धान उठाव करने के पश्चात कस्टम मिलिंग का चावल समय पर भारतीय खाद्य निगम में जमा करने में लापरवाही बरतने वाले राईस मिलरों पर नियमानुसार कार्यवाही अभियान चलाया गया, जिसमें जिला खाद्य अधिकारी देवेन्द्र बग्गा एवं सहायक खाद्य अधिकारी श्रीमती ज्योति मिश्रा और खाद्य निरीक्षक श्रीमती शिखा झा द्वारा मे. हाजी राईस मिल, मे. उपलेटा ट्रेडर्स राईस मिल और मे. हाजी परबाइलिंग धरमपुरा में दबिश दी गई तथा उनके द्वारा धान एवं चावल का भौतिक सत्यापन किया गया। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि मे. हाजी राईस मिल द्वारा कस्टम मिलिंग वर्ष 2022-23 हेतु कुल 60 हजार क्विंटल धान उठाव किया गया है। जिसकी कुल चावल 40538 क्विंटल नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किया जाना था, किंतु आज दिनांक तक मात्र 24 हजार 345 क्विंटल चावल ही जमा किया गया हैै। शासन को 16192 क्विंटल चावल देना शेष है। उन्होंने बताया कि मे. हाजी राईस मिल धरमपुरा में तौल कर रखे 233 क्विंटल अनाधिकृत धान को जब्त कर कार्यवाही की गई है।
इसी प्रकार मे. उपलेटा ट्रेडर्स राईस मिल द्वारा कस्टम मिलिंग वर्ष 2022-23 हेतु कुल 72000 क्विंटल धान उठाव किया गया है। जिसकी कुल चावल 48624.71 क्विंटल नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किया जाना था, किंतु आज दिनांक तक मात्र 29853.21 क्विंटल चावल ही जमा किया गया हैै। शासन को 18771.05 क्विंटल चावल देना शेष है। उन्होंने बताया कि मे. उपलेटा ट्रेडर्स मिल धरमपुरा में तौल कर रखे 282 क्विंटल अनाधिकृत धान जब्त कर कार्यवाही की गई है। इसी तरह मे. हाजी परबाइलिंग धरमपुरा द्वारा भारतीय खाद्य निगम में आज दिनांक तक लक्ष्य के अनुरूप चावल जमा नही करने पर खाद्य निरीक्षक द्वारा जांच की गई, जिसमें भौतिक सत्यापन में 90 क्विंटल धान अधिक पाये जाने पर धान जब्त कर कार्यवाही की गई है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि पूर्व में भी कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले के 05 उसना मिलर्स को भारतीय खाद्य निगम में चावल जमा करने में लापरवाही बरतने के कारण नोटिस जारी किया गया था। भारतीय खाद्य निगम में चावल जमा करने में लापरवाही करने वाले मिलरों के विरूद्ध आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।