मुंगेली/ इस वर्ष 2023 में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसमें कुछ महीने ही शेष हैं, ऐसे समय में भी कांग्रेसियों को एकजुट करना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही हैं। अभी हाल ही में मुंगेली के कांग्रेस भवन कार्यालय के दुकान विवाद मामले को लेकर कांग्रेसियों में मतभेद देखा गया, जिसमें कांग्रेसियों के आक्रोश को देखते हुए दुकान विवाद को सुलझाने जिला प्रभारी सीमा वर्मा मुंगेली आकर संगठन और कांग्रेसियों की बैठक ली, जिसमें कांग्रेसियों ने कांग्रेस भवन की दुकान पर अतिक्रमण और चोरी की बात को लेकर अपनी नाराजगी और आक्रोश जाहिर किया, बहुत सारी बातें निकल के सामने आई, परंतु किसी ने वहाँ प्रभारी की मौजूदगी में यह जानने का प्रयत्न नहीं किया कि आखिर कांग्रेस भवन की दुकान पर अतिक्रमण किस कांग्रेसी नेता के संरक्षण में हुआ, हालांकि जानकारी के मुताबिक संगठन की ओर से उनका नाम सार्वजनिक करने की जानकारी मिली हैं। बैठक में अतिक्रमण करने वाले को अभयदान देने की सशर्त बात हुई, साथ ही कई शर्तो के साथ भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न होने की बात हुई, तो क्या इससे जिस कांग्रेसी नेता के संरक्षण में अतिक्रमण किया गया उसे भी अभयदान मिल गया हैं, ऐसा माना जाए…? कांग्रेसियों ने नाम बताने परहेज किया उनके द्वारा पीसीसी चीफ मोहन मरकाम तक पूरे मामले की जानकारी दे दी गई हैं। इन सभी बातों से स्पष्ट हैं कि अब इस दुकान विवाद मामला शांत हो चुका हैं, पर कार्यकर्ताओं को अब कांग्रेस के कुछ नामचीन चेहरों पर से विश्वास उठ गया हैं। जिसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में जरूर दिखेगा।