गुजरात। देशभर में जल्दी-जल्दी आ रहे भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। गुजरात के अमरेली जिले में दो साल के दौरान एक के बाद एक भूकंप के झटकों की झड़ी लग गई और यहां करीब 400 बार हल्के झटके दर्ज किए गए। पिछले कुछ समय से देशभर में जल्दी-जल्दी आ रहे भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। गुजरात के अमरेली जिले में दो साल के दौरान एक के बाद एक भूकंप के झटकों की झड़ी लग गई और यहां करीब 400 बार हल्के झटके दर्ज किए गए।
अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, ये झटके अमरेली के मिटियाला गांव में भी महसूस किए गए, जहां के निवासियों ने एहतियात के रूप में अपने घरों के बाहर सोना शुरू कर दिया है ताकि वे किसी बड़े भूकंप से होने वाली अनहोनी से बच सकें। मिटियाला निवासी मोहम्मद राठौड़ ने बताया कि झटके की आशंका से सरपंच समेत गांव के ज्यादातर लोग रात में अपने घरों के बाहर सोने लगे हैं। तुर्किये में हाल ही में विनाशकारी भूकंप में 45 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई। गुजरात के कच्छ में जनवरी, 2001 में शक्तिशाली भूकंप के कारण 19,800 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 1.67 लाख लोग घायल हो गए थे।
सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित अमरेली जिले में भूकंप स्वार्म के कारण को बताते हुए गांधीनगर स्थित भूकंपीय शोध संस्थान के महानिदेशक सुमेर चोपड़ा ने कहा कि इस महीने 23 फरवरी से 48 घंटों के अंदर अमरेली के सावरकुंडला और खंबा तालुका में 3.1 से 3.4 की तीव्रता के चार झटके दर्ज किए गए, जिसके कारण यहां के लोग चिंतित हैं। पिछले दो साल और दो महीनों में हमने अमरेली में 400 हल्के झटके दर्ज किए, जिनमें 86 फीसदी झटकों की तीव्रता दो से कम थी, जबकि 13 फीसदी की तीव्रता दो से तीन के बीच थी।