राजस्व अधिकारी अपने मूल कार्य पर विशेष ध्यान दें – कमिश्नर
रीवा। रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्व कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी राजस्व अधिकारी अपने मूल कार्य पर विशेष ध्यान दें। राजस्व न्यायालय में नियमित रूप से प्रकरणों की सुनवाई करके उनका निराकरण करें। अविवादित बंटवारा तथा अविवादित नामांतरण के पटवारी हल्कावार प्रकरण चिन्हित करें। प्रत्येक हल्के में अविवादित नामांतरण के 20 तथा बंटवारे के 10 प्रकरण दर्ज कराकर इनका 20 दिसम्बर तक निराकरण सुनिश्चित करें। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्टर सतना अनुराग वर्मा, कलेक्टर सीधी साकेत मालवीय, कलेक्टर सिंगरौली अरूण कुमार तोमर, संभाग के सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार शामिल हुए।
कमिश्नर ने कहा कि संभाग में राजस्व प्रकरण बड़ी संख्या में लंबित हैं। इनके निराकरण के विशेष प्रयास करें। सीमांकन, बंटवारा, नामांतरण तथा राजस्व वसूली पर भी विशेष ध्यान दें। रीवा जिले की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि राजस्व कार्यों के निराकरण में एसडीएम सिरमौर तथा हनुमना ने अच्छा कार्य किया है। रायपुर कर्चुलियान तथा गुढ़ एसडीएम का निराकरण लक्ष्य से बहुत कम है। विशेष प्रयास करके प्रकरणों का निराकरण कराएं। तहसीलदार जवा, नायब तहसीलदार दुआरी, नायब तहसीलदार डभौरा ने अच्छा कार्य किया है। नायब तहसीलदार रायपुर सोनौरी राजस्व प्रकरणों के निराकरण तथा अन्य सभी कार्यों में बहुत पीछे हैं। एसडीएम त्योंथर इनके कार्यों की समीक्षा करें। लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही प्रस्तावित करें। सभी एसडीएम नियमित रूप से तहसील कार्यालयों का निरीक्षण करके राजस्व कार्यों की समीक्षा करें।
कमिश्नर ने सतना जिले की समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में उचेहरा तथा नागौद एसडीएम का कार्य सराहनीय है। दोनों ने 65 प्रतिशत से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया है। तहसीलदार मझगवां ने 81 प्रतिशत तथा नायब तहसीलदार लगरगवां ने 79 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया है। इनकी तुलना में एसडीएम रामपुर बघेलान का निराकरण केवल 29 प्रतिशत तथा एसडीएम मझगवां का निराकरण 42 प्रतिशत है। नायब तहसीलदार मौहारी, कटरा और बदेरा का भी निराकरण बहुत कम है। सीमांकन में नायब तहसीलदार झिन्ना की स्थिति बहुत खराब है। विशेष अभियान चलाकर लंबित सीमांकन के प्रकरण निराकृत करें। निराकरण की स्थिति में सुधार न होने पर कार्यवाही की जाएगी। सीधी जिले की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि एसडीएम मझौली, तहसीलदार मझौली तथा नायब तहसीलदार पोड़ी एवं तहसीलदार कुसमी ने बहुत अच्छा कार्य किया है। इनके प्रकरणों का निराकरण 80 प्रतिशत से अधिक है। एसडीएम सिहावल के प्रकरणों के निराकरण का प्रतिशत 10 से भी कम है। इस स्थिति में सुधार करें। आगामी बैठक के पहले यदि कम से कम 50 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण नहीं हुआ तो कार्यवाही की जाएगी। नायब तहसीलदार हनुमानगढ़, नायब तहसीलदार बहरी और चुरहट का भी निराकरण संतोषजनक नहीं है। इस संबंध में कलेक्टर सीधी ने कहा कि विशेष शिविर लगाकर लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।
कमिश्नर ने सिंगरौली जिले की समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में एसडीएम देवसर, तहसीलदार सरई तथा तहसीलदार सिंगरौली ने अच्छा कार्य किया है। नामांतरण में भी तहसीलदार सिंगरौली ने अच्छा कार्य किया है। एसडीएम देवसर, एसडीएम माड़ा, तहसीलदार देवसर तथा तहसीलदार चितरंगी विशेष प्रयास करके नामांतरण, सीमांकन एवं अन्य राजस्व प्रकरणों का निराकरण कराएं। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में दर्ज सभी प्रकरणों का निराकरण करें। आवासीय भू अधिकार अधिनियम तथा स्वामित्व योजना के लक्ष्य के अनुसार प्रकरण दर्ज कर इनका निराकरण कराएं। सीएम हेल्पलाइन में भी संभाग के सभी जिले पिछले माह की तुलना में ग्रेडिंग में नीचे गए हैं। सभी जिले कम से कम बी ग्रेड में आने का प्रयास करें। कमिश्नर ने अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन प्रकरणों, निजी भूमि में आबादी के सर्वे के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। कमिश्नर कार्यालय से उप संचालक सतीश निगम बैठक में शामिल हुए।